नपा के काले अध्याय का पहला शॉर्ट: सिंधिया के निर्देश पर तीन CMO निलंबित, नपाध्यक्ष भी जवाबदेह

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। नगरपालिका परिषद् शिवपुरी में हुए बड़े पैमाने पर वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं के मामले में तत्कालीन मुख्य नगरपालिका अधिकारी (CMO) केशव सिंह सगर व शैलेश अवस्थी, ईशांक धाकड़ को निलंबित कर दिया गया है। बताया गया है कि उक्त कार्रवाई केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्देशन में की गई है।
कलेक्टर शिवपुरी द्वारा संचालनालय नगरीय प्रशासन को भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष 2022 से अब तक नगर पालिका में 743 कार्यों की लागत राशि 57.80 करोड़ के निर्माण कार्य या तो अधूरे हैं, या शुरू ही नहीं हुए। वहीं, पूर्ण कार्यों के बिलों का भुगतान कई महीनों तक रोका गया, जबकि कुछ फर्मों को जल्द भुगतान कर दिया गया। अकेले दो फर्मों को ही ₹5.09 करोड़ का भुगतान किया गया, जिससे अन्य ठेकेदारों ने बार-बार शिकायत की।
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कार्यालय में कर्मचारियों की अनुशासनहीनता, फाइलों का अध्यक्ष के घर पर रहना, बैठकों में बजट प्रावधानों को दरकिनार कर करोड़ों के प्रस्ताव पारित करना, और कैशबुक में बार-बार छोटे-छोटे भुगतान एक ही फर्म को करना जैसी गंभीर अनियमितताएँ पाई गईं।
कलेक्टर की अनुशंसा पर नगरीय प्रशासन विभाग ने कहा कि यह कृत्य अधिकारियों की घोर लापरवाही, उदासीनता और अनुशासनहीनता का परिचायक है तथा निकाय और राज्य शासन के प्रति निष्ठा संदिग्ध है।
इसी के चलते केशव सिंह सगर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास, संभाग इंदौर रहेगा। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
गौरतलब है कि अगस्त 2022 से अब तक शिवपुरी में तीन CMO पदस्थ रहे शैलेष अवस्थी, केशव सिंह सगर और वर्तमान में ईशांक धाकड़। तीनों ही अधिकारियों को नगरपालिका की अव्यवस्था और वित्तीय अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। और निलंबित किया है। साथ ही नगरपालिका अध्यक्ष को भी जवाबदेह बताया गया है।
