भाई ने ही भाई की कराई हत्या: लड़की के जरिए जाल में फंसा सुपारी देकर लिया 8 साल पुराने खून का बदला, बैंकॉक भाग गया

शिवपुरी। सुभाषपुरा थाना क्षेत्र में 23 जुलाई को हुए अजय तोमर हत्याकांड का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। हत्या का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि मृतक का सगा भाई भानू तोमर निकला। भानू इंदौर में एएसआई के पद पर कार्यरत है और उसने बदले की आग में अपने ही भाई की हत्या करवाई। हत्या के तीन दिन बाद वह बैंकॉक चला गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि अजय तोमर ने 2017 में ग्वालियर में अपने पिता पुलिस निरीक्षक हनुमान तोमर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी घटना में उसने भानू पर भी जानलेवा हमला किया था। पिता की मौत के बाद भानू को अनुकंपा नियुक्ति मिल गई थी। वहीं अजय को आजीवन कारावास की सजा हुई थी और 14 जुलाई 2025 को वह पैरोल पर जेल से बाहर आया था। इसी दौरान भानू ने ग्वालियर के अपराधी धर्मेंद्र कुशवाह को एक लाख रुपए में सुपारी दी और नाबालिग लड़की के जरिए अजय को जाल में फंसाया।
23 जुलाई को अजय शिवपुरी से ग्वालियर कार से जा रहा था, तभी लड़की ने नयागांव तिराहे पर वॉशरूम के बहाने कार रुकवाई। मौका पाते ही भानू और धर्मेंद्र ने उस पर गोलियां बरसा दीं, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने धर्मेंद्र कुशवाह, सहयोगी मोनेश तोमर और लड़की को गिरफ्तार कर लिया है। धर्मेंद्र ने हत्या की बात कबूल करते हुए कट्टा और एक अंगूठी पुलिस को सौंपी है। जांच में पता चला कि लड़की पहले इंदौर के बालिका संप्रेक्षण गृह से फरार थी और एक गैंगरेप केस में सहआरोपी थी।
एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि भानू तोमर के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पासपोर्ट जब्ती, इमिग्रेशन अलर्ट और विदेश मंत्रालय से संपर्क कर उसे भारत वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
