MP-GOVERNMENT की यह योजना SHIVPURI में बनकर रह गई शोपीस: सैंकड़ो STUDENT की परेशान

शिवपुरी। मध्य प्रदेश सरकार की प्रभावी योजना आरटीई केवल शोपीस बनकर उभर रही है। सैकड़ो छात्रों को नहीं दाखिला नही मिलने से पालकों में निराशा है। मध्य प्रदेश सरकार की प्रभावी योजना आरटीई जिसमें हर वर्ष की तरह सरकार की तरफ से निशुल्क शिक्षा का अधिकार है जिसमें गरीब और असहाय तबके के बच्चों को आरटीई के तहत दाखिला मिलता है लेकिन खनियाधाना में कहानी कुछ और ही बयां करती है।

छात्रों की दाखिले के लिए हर प्राइवेट विद्यालय में शासन की तरफ से यह सुनिश्चित किया जाता है कि दस-दस सीटें आरटीई की रखी जाए, जिससे सरकार की निर्धारित शर्तों का पालन करते हुए बह लाभ प्राप्त कर सकें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और प्राइवेट विद्यालय में सीटों की कमी के कारण छात्रों को दाखिला नहीं मिल पाया। जिस कारण वह इस प्रभावी योजना से वंचित रह गए।

अब सवालिया निशान खड़ा होता है कि कमी कहां रह गई, बह समझ से परे है, गौर करने वाली बात तो यह है भी है, कि सीटें कम हुई बह अलग बात लेकिन आरटीई पोर्टल पर कई ऐसे विद्यालय हैं जिनके नाम तक नहीं दिखे। बांकि अभी आरटीई के तहत दाखिला लेने के लिए परेशान हो रहे छात्रों को इस योजना के तहत अगर दाखिला मिल जाता तो उनका एक वर्ष खराब नहीं होता। अत: सरकार की यह योजना धरातल पर केवल शोफीश नजर बनकर रह गई है।