SHIVPURI में नहीं दिखा भारत बंद का असर: जहां से रैली निकली बहां भी खुली दिखीं दुकानें, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हुआ विरोध प्रदर्शन

शिवपुरी। खबर कलेक्ट्रेट कार्यालय से आ रही है। जहां में एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के खिलाफ बसपा, भीम आर्मी समेत अन्य एससी-एसटी संगठनों ने रैली निकाली। साथ ही बाजार को बंद कराया। रैली कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची, जहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट के SC आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने की इजाजत देने के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया था। शिवपुरी में इस भारत बंद का असर न के बराबर देखने को मिला है।
गौरतलब है कि आज शिवपुरी के पुराने बस स्टैंड पर बसपा, भीम आर्मी, ओबीसी महासभा सहित एससी-एसटी संगठनों के लोग एकत्रित हुए थे। यहां सभी एक रैली के रूप में बाजार से होकर निकले थे। इस दौरान बाजार के हिस्से से रैली उतनी देर के लिए दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान की शटर स्वतः ही गिरा दी थी। यह रैली बस स्टैंड से शुरू होकर कोर्ट रोड़ होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
उल्लेखनीय है कि विगत 1 अगस्त 2024 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार को आदेशित किया था कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति को मिलने वाले आरक्षण का राज्य सरकारें सर्वे करायें तथा इन जातियों में क्रीमी लेयर को छांटे और वर्गीकरण भी करें। आज इसी आदेश के विरोध में प्रदर्शन किया गया था। एससी-एसटी संगठनों का कहना है कि इस आदेश से अनुसूचित जाति एवं जन जातियों को काफी नुकसान होगा जातिगत आधार पर लोगों में बंटवारा होगा द्वेष भावना पैदा होगी, फिर भी आरक्षण का लाभ पूर्ण रूप से इन जातियों को नहीं मिलेगा।
भारत बंद के दौरान कोई उपद्रव या घटना न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद देखी गई। शिवपुरी में मंगलवार से ही पुलिस एक्टिव दिखी। शिवपुरी एसपी के द्वारा अपील भी जारी की गई थी। आज शहर के बाजारों में पुलिस नजर आ रही है। हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। दलित वर्ग की राजनीति करने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। आज रैली के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल रैली के साथ चला था।
शिवपुरी में आज भारत बंद का समर्थन बाल्मीकी समाज ने नहीं किया है बता दें कि बाल्मीकी समाज अधिकारी कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल किशोर कूड़े ने कलेक्टर सभागार में आयोजित शांति समिति की बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा था कि वह भारत बंद के आह्वान का बहिष्कार करते हैं। आज इसी क्रम में रैली में कोई भी बाल्मीकी या फिर सफाई पेशे से जुड़ा हुआ व्यक्ति शामिल नहीं हुआ।