कलेक्टर की नाक के नीचे खाद्य विभाग की मिलीभगत से बैराड़ में बेचा जा रहा है मिलावट का जहर

प्रिंस प्रजापति@शिवपुरी। खबर जिले के बैराड़ क्षेत्र से आ रही है। जहां खाद्य पदार्थो में मिलावट करने बाले मिलावटखोर आज भी बेफिक्र होकर क्षेत्र में जहर बेच रहे है। वेफिक्र भी क्यों न हों, जिनको खाद्य विभाग के अधिकारियों को खुला सरंक्षण प्राप्त हो वह क्यों न जहर बेचकर अपनी जेब भरने से पीछे हटें। बता दे कि यह जहर बेचने का खेल खाद्य विभाग की नाक के नीचे कलेक्टर के आदेशों के बाद भी हो रहा है।
बता दे कि बैराड़ नगर न्यू बस स्टेंड, धोरिया रोड़, बरोद रोड़, थाने के पास, पुराना बस स्टैंड, पुराना बैराड़ गांव रोड़, व्यास कोटी रोड़, माता रोड़ सहित नगरभर में जगह जगह अपनी जहर की दुकानें बिना किसी डर के चला रहे है। जहां क्षेत्रवासियों को मिलावटी दूध, घी, पनीर, मावा सहित विभन्न प्रकार की खाद्य सामग्री में मिलावट का जहर बेच रहे है। जिससे क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
विदित हो कि बीते दिनो स्वतंंत्र शिवपुरी द्धारा प्रकाशित समाचार के बाद प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर ने कार्यवाही करने के निर्देश दिए इसके बाद खाद्य विभाग की टीम ने कार्यवाही करते हुए बैराड़ सहित जिले में 4 लोगों पर कार्यवाही की जिसमें 2 लाख 75 हजार का जुर्माना लगाया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग की टीम ने बैराड़ में आकर कार्यवाही करते हुए एक दुकान पर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया एवं अन्य दुकानों, डेयरियों आदि खाद्य पदार्थो की दुकानों पर जांच के नाम पर मोटी रकम की वसूली भी की गई। खाद्य विभाग ने जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में कोई कसर अपनी ओर से नहीं छोडी है।
खाद्य विभाग के द्धारा जिलेभर में मात्र 4 कार्यवाही अवैध वसूली शुरू कर दी है। और जांच के नाम पर सेंपल भी लिए जा रहे है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जिन जहर बेचने बालों से खाद्य विभाग के अधिकारियों को चढ़ावा प्राप्त हुआ है उन्हें जांच के दोरान बचाने का आश्वासन दिया जा रहा है जिसके एवज में मोटी रकम संबंधित विभाग के अधिकारी वसूल रहे है।
अपनी जेब भरकर कलेक्टर के आदेश का सदुपयोग कर रहे खाद्य विभाग के अधिकारी
मजे की बात यह है कि कलेक्टर के आदेश के बाद सक्रिय हुआ खाद्य विभाग के अधिकारियों का गिरोह मिलावटखोरों से जहर विक्रय करने के नाम कर कार्यवाही के जोर पर अपनी जेब भरने में लगा हुआ है। इसलिए मिलावटखोर खुलेआम जहर बेचने में स्वयं को सुरक्षित महसूस कर जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है। कलेक्टर के आदेश के बाद सक्रिय हुआ यह विभागीय गिरोह कलेक्टर को ही ठेंगा दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। यह मिलावटखोर जोकि बैराड़ में एक समय कार्यवाही के दौरान महीनेभर तक दुकानें बंद रखने बाले आज अधिकारियों से मिलकर कलेक्टर के निर्देश को ठेंगा दिखाकर सक्रिय हैं, अब देखना यह है कि जहर बेच रहे इन दुकानदारों व जांच के नाम पर वसूली करने बाले भ्रष्ट संबंधित विभागीय अधिकारियों पर कार्यवाही होती है या नही।