फॉरेस्ट विभाग में नौकरी के नाम पर फर्जीबाडा: ढाई लाख रूपए में ग्वालियर में OMR शीट पर दिलाया फर्जी टेस्ट, स्पीड पोस्ट से भेजा फर्जी ज्वाईनिंग लेटर

शिवपुरी। आज शिवपुरी जिले के देहात थाना क्षेत्र से ऐसा फर्जीबाडा सामने आया है। जिसमें एक युवक फोरेस्ट विभाग में नौकरी लगबाने के नाम पर युवक से ढाई लाख रूपए ऐठ रहा था। ​इसके लिए आरोपी ने फर्जी तरीके से युवक को ग्वालियर में बुलाकर ओमएआर सीट पर फर्जी टेस्ट दिलाया। उसके बाद इस युवक का फर्जी ज्वाईनिंग लेटर भी स्पीड पोस्ट के जरिए भिजवा दिया। इस मामले की पोल उस समय खुली जब पीडित ने देख की एक ही ज्योईनिंग लेटर पर दो सील लगी हुई है। जिससे मामले की पडताल की तो पूरा मामला परत दर परत खुल गया।

जानकारी के अनुसार देहात थाने में युवक सन्नी ओझा ने शिकायत करते हुए बताया कि उसके साथ फोरेस्ट विभाग में नौकरी के नाम पर धोखाधडी हुई है। ​इस मामले का ​परिजनों को उस समय शक हुआ जब आरोपी किशनलाल ओझा को 50 हजार रु. की अगली किस्त देने के बहाने बुलवा लिया। रविवार की शाम किशनलाल युवक के पास आया तो फर्जी ज्वाइनिंग लेटर के बारे में पूछताछ की। पोल खुलने पर किशनलाल 70 हजार रुपए लौटाने की बात कहने लगा। ‘इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की। देहात थाना पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। शुरूआत में नौकरी से संबंधित बैग में कई लड़कों के दस्तावेज मिले थे, 2 लाख कैश भी संग लाया था।

धोखाधड़ी से पहले जब किशनलाल ओझा सन्नी के पास आया था तब उसके बैग में कागज निकालते वक्त दूसरे कई लड़कों के दस्तावेज भी निकले। साथ ही दो लाख कैश भी संग लाया था। नौकरी के लिए अन्य लड़कों से रकम लाने का अनुमान है। जब जब दुकान पर आता, किसी अधिकारी से बात करता था।

सन्नी को भरोसे में लेने के लिए किशनलाल ने शिवपुरी वन विभाग में पदस्थ होने के बारे में बताया था। फतेहपुर शिवपुरी के आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी दिखाए थे। पुरानी शिवपुरी में संचालित कियोस्क सेंटर से बैंक खाता भी खुला है। परीक्षा वाले दिन किशनलाल ग्वालियर में सन्नी को अपने माधौगंज स्थित मकान पर ले गया, लेकिन वहां परिवार का कोई सदस्य नहीं था।

पीडित ने बताया है कि वह अकेला परीक्षार्थी नहीं था वहां युवक ने उसके साथ चार से पांच अन्य लोगों को परीक्षा दिखाई थी। मैंने नौकरी के लिए किशनलाल को अपने दस्तावेज दिए थे। किशनलाल ने 10 अक्टूबर को ओएमआर शीट पर ग्वालियर में परीक्षा दिलाई। इस दौरान चार-पांच अन्य लड़के भी परीक्षा में बैठे थे। करीब दो घंटे परीक्षा देने के बाद शाम तक रुकने को कहा है, फिर वन विभाग के ऑफिस से बीट फील्ड भ्रमण संबंधी आदेश लेकर दे दिया।

शिवपुरी आने के तीन दिन बाद फिर से कॉल कर घाटीगांव बुलवाया। घाटीगांव में फॉरेस्ट चौकी पर किशनलाल वर्दी में मिला। उसने आरोन क्षेत्र के जंगल का भ्रमण कराया। भ्रमण के बाद चौकीकर्मी ने बिना अधिकारी के कॉल के फील्ड भ्रमण लेटर पर हस्ताक्षर से इनकार कर दिया। इसके मैं शिवपुरी लौट आया। धनतेरस के दिन स्पीड पोस्ट से ज्वाइनिंग लेटर आया। लेटर पर लोगो के साथ वन विभाग अंकित था। नीचे सिग्नेचर ऑफिसर वाली जगह पर दो सील लगी दिखीं। गौर से देखा तो वन विभाग की सील के नीचे पशुपालन विभाग की सील भी लगी थी। यहीं से शक हुआ और असलियत सामने आ गई।

इनका कहना है
वन विभाग में नौकरी दिलाने के लिए किसी युवक से रुपए लेकर धोखाधड़ी संबंधी मामला सामने आया है। देहात पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद बता पाएंगे कि इस धोखाधड़ी में व्यक्ति अकेला है या उसके संग अन्य लोग भी शामिल हैं।
राजेश सिंह चंदेल, एसपी, शिवपुरी

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