वनविभाग की जमीन जोतने को लेकर गुर्जर समाज के 2 पक्षों में खूनी संघर्ष: जमकर चलीं लाठी-कुल्हाड़ी, गोलियों की बरसात, 14 घायल, 34 पर FIR दर्ज

शिवपुरी। खबर जिले के सुरवाया थाना क्षेत्र से है। जहां फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जे को लेकर गुर्जर समाज के दो पक्षों के बीच मंगलवार की रात खूनी संघर्ष हो गया। इस झगडे में दोनों के बीच जमकर पथराव सहित लाठीडंडे चले। साथ ही दोनों पक्षों की ओर से गोलियां भी चलाई गई। झगड़े में दोनों पक्षों के 14 लोग गंभीर घायल हुए हैं। इनमें से कुछ को गोली के छर्रे भी लगे हैं। सभी का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
जानकारी के अनुसार सुरवाया थाना क्षेत्र के चुर गांव और केनवाया गांव के बीच सिंध नदी किनारे फॉरेस्ट की करीब 300 बीघा जमीन को लेकर दोनों गांव के गुर्जर पक्षों के बीच विवाद पहले से चला आ रहा है। लेकिन मंगलवार की रात जमीन जोतने को लेकर दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया।
इस झगड़े में चुर गांव के मोहर सिंह गुर्जर सहित केनवाया गांव के माखन गुर्जर, रामवीर गुर्जर, हरवीर गुर्जर, एक आदिवासी समेत कुल 14 लोग घायल हुए हैं। घायलों में महिलाएं भी शामिल है। सुरवाया थाना पुलिस ने एक पक्ष के 12 और दूसरे पक्ष के 22 लोगों के खिलाफ बलवा सहित हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।

गौरतलब है कि आज से 15 दिन पहले चुर गांव के ग्रामीणों ने भी गढ़ीवरोद वीट के वन भूमि के सर्वे नंबर 990, 991 पर लगातार हो रही पेड़ों की कटाई कर वन भूमि पर हो रहे कब्जे की शिकायत दर्ज डीएफओ से कराई थी। ग्रामीणों ने डिप्टी रेंजर सहित रेंजर पर संरक्षण के आरोप लगाए थे। चूर गांव के ग्रामीणों ने केनवाया के ग्रामीणों पर यह आरोप लगाए थे। लेकिन फॉरेस्ट विभाग के द्वारा सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में कुछ लोगों को गंभीर चोट आई है।
