महाराष्ट्र बस में आगजनी के बाद श्रद्धालुओं ने गोपालजी गार्डन में गुजारी रात,व्यवस्था देख गदगद हुए श्रद्धालु

शिवपुरी। जिले के कोलारस क्षेत्र में आगजनी का शिकार हुई बस में सवार सभी यात्री कोलारस में रात्रि विश्राम कर आज सुबह महाराष्ट्र के बुलढाणा रवाना हो गए। सभी श्रद्धालुओं को प्रशासन की ओर से कोलारस कस्बे के गोपाल जी गार्डन में रात्रि विश्राम के लिए रुकवाया गया था। जहां उनके खाने-पीने से लेकर रात्रि विश्राम की सभी प्रकार की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई थी।
बता दें कि महाराष्ट्र से चार धाम यात्रा पर निकली बस में कोलारस कस्बे के पास फोरलेन हाइवे पर शॉर्ट सर्किट की वजह से आग भड़क गई थी। बस में 18 महिला, 12 पुरुष व 6 बच्चे सवार थे। बस में धुंआ उठता देख सवारियों की चींखपुकार सुनकर बस ड्राइवर ने बस रोक दी थी। इसके बाद तत्काल सभी यात्री उतर गए। कुछ ही देर में बस पूरी तरह जल गई। सूचना पर पहुंची कोलारस नगर परिषद की फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया था।
रात्रि विश्राम के दौरान श्रद्धालुओं ने बताया कि 30 कपल अपने बच्चों के साथ दो बसों में सवार होकर चार धाम की यात्रा के लिए महाराष्ट्र के बुलढाणा से 15 मई को निकले थे। बस में सवार ज्यादातर लोग शासकीय शिक्षक और उनके परिवार के थे। इस यात्रा की तैयारी पिछले तीन माह पहले की गई थी। लेकिन उत्तराखंड पहुंचने से पहले एमपी में प्रवेश करने के साथ ही एक बस में लगातार खराबी आई और कोलारस के पास बस में आग लग गई। बस में सवार ज्योति ने बताया कि वह बस की तीसरे नंबर की सीट पर सवार थी। उन्हीं की सीट के नीचे से सबसे पहले धुंआ उठना शुरू हुआ था। धुँआ देख उनकी चींख निकल गई थी। इसके बाद सभी ने होश में रहकर समझ से काम लिया।
किसी ने भी अपने सामान पर्स आदि को उठाने का प्रयास नहीं किया। सभी लोग तत्काल बच्चों को लेकर नीचे उतर आए थे। ऐसे में अगर बस में सवार लोग अगर अपने सामान को उठाने में लग जाते तो निश्चित ही बड़ी घटना घट जाती। ज्योति ने बताया कि बस से निकलकर सभी लोग सौ मीटर के लगभग ही निकल पाए थे। कि बस में जोरदार धमाका हुआ था। इसके बाद 15 मिनट के भीतर बस पूरी तरह से जल गई थी।
प्रशासन का किया धन्यवाद, बोले-महाराष्ट्र आने पर करेंगे स्वागत
छाया ने बताया कि सभी लोग एक साथ यात्रा पर निकले थे। लेकिन एक बस के जलने के साथ आधे साथियों के कपडे से लेकर जरूरी सामान और पैसा-मोबाइल तक जल गया है। इसके चलते अब सभी लोगों ने अपनी यात्रा को स्थगित करते हुए वापस जाने का मन बनाया है। ईश्वर का आशीर्वाद रहा कि उनके साथ घटना घटित हुई लेकिन कोई भी सदस्य हताहत नहीं हुआ। लेकिन हमारा सामान जलकर ख़ाक हो गया। छाया ने बताया कि घटना के कुछ ही देर बाद प्रशासन मौके पर पहुंच गया था।
इसके बाद उन्होंने हमारे ठहरने सहित खाने पीने का इंतजाम कराया था। वहीं गजानन पवार और उनके सहयोगियों ने बताया कि प्रशासन के द्वारा रात्रि में ही एक बस का प्रबंध हमें भेजने के लिए कर दिया था। रात में शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी भी आकर उनसे मिले थे। प्रशासन के सहयोग के चलते हमें परेशानी से निजात मिली और अब हम अपने घर बापस जा रहे हैं। ऐसे आगामी समय में शिवपुरी जिले के प्रशासनिक अधिकारी महाराष्ट्र आएंगे तो उनका स्वागत किया जाएगा।