पटवारियों की गलती से सालों से मुसद्दीलाल बने फिर रहे है किसान,3 सैकडा फायलें खा रही है धूल

शिवपुरी। एक और मध्यप्रदेश के नऐ मुखिया यानी मोहन यादव ने आते ही सबसे पहले किसानों के दर्द को समझते हुए पटवारी और राजस्व विभाग को आदेशित किया कि सालों से पेडिंग पडे किसानों के फोती नामांतरण,फाईल इंद्राज दुरूस्ती और अन्य कामों को लेकर गांवों में शिविर लगाकर इन्हें तत्काल निपटारा करें। साथ ही इस अगर कोई भी रिश्वत बसूलता है तो तत्काल शिकायत करें जिससे संबंधित एसडीएम पटवारीयों पर कार्यवाही करें। परंतु कोलारस अनुविभाग शायद मध्यप्रदेश सरकार से अलग है। यहां नियम सरकार ने नहीं बल्कि पटवारीयों के चलते है। जिसके चलते सालों से किसान यहां मुसद्दीलाल बने फिर रहे है।

कोलारस अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले सैंकड़ों लोगो को राजस्व अभिलेख मे हुई त्रुटि को सुधरवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे है जमीन संबंधी डाटा जैसे नाम, रकवा आदि कंप्यूटर में फीड करने में गलती का खामयाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

बताया गया है कि कोलारस अनुविभाग के एसडीएम कार्यालय मे लगभग 3 सेंकडा फाइल इंद्राज दुरुस्ती को लेकर लंबित है लोगो की माने तो पटवारी जानबूझ कर गलती करते है जिससे सुधार के बदले उन्हें आर्थिक फायदा हो सके लेकिन इन सब का खामयाजा लोगो को सालो तक परेशानी उठाकर करना पड़ता है।

ऑनलाइन रिकॉर्ड में दर्ज त्रुटियों को संशोधित कराने सहित अन्य अविवादित मामलों के निराकरण में भी एक माह से लेकर दो वर्ष तक का समय लग रहा है। इसकी बानगी कोलारस अनुविभाग में देखने को मिल रही है। जहां कई किसानों द्वारा आवेदन देने के बाद भी उनकी समस्याओं का निपटारा लंबित है। ऐसे मामलों में मौका मुआयना, पटवारी प्रतिवेदन व अधिकारियों द्वारा की जाने वाली जांच सहित रिकॉर्र्ड दुरस्ती के अधिकार आदि प्रक्रिया देरी का कारण बन रही है।

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