अनाथ आश्रम से गोद ली 16 साल की नाबालिग बेटी को भगाकर ग्वालियर ले गई भाभी मां: अपने BF से कराया RAPE, बच्चे पैदा करके बेचने की थी प्लानिंग

शिवपुरी। खबर जिले के ग्रीन व्यू होटल के पास स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी से आ रही है। जहां बीते रोज एक मामला सामने आया था जिसमें एक युवक ने अपनी पत्नि के घर से भाग जाने और बहन को साथ ले जाकर किसी अन्य युवक के साथ हमविस्तर होकर आने का आरोप लगाया था। युवक ने इस घटना से व्यतित होकर आत्महत्या करने की बात भी कही थी। बीते रोज स्वतंत्र शिवपुरी ने इस मामले को प्रकाशित कर सोमबार को खुलासा होने की बात कही थी। अब इस मामले में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।
क्या है परिवार की कहानी
इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में रहने वाले एक विवाहित युवक ने बताया कि वह एक प्राईबेट जॉव करता है उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी। शादी के बाद उसके तीन बच्चे हुए और घर में उसके माता पिता है। इसके साथ ही युवक के यहां बहन न होने के चलते उसके चाचा चाची के देहांत के बाद उनकी बेटी को उसने अनाथ आश्रम से गोद ले लिया था। होने को तो वह उसकी बहन थी। लेकिन गोद लेने की बजह से बह बेटी के समान हो गई। और युवक की पत्नि उस लड़की की भाभी मां लगने लगी। बेटी ने इस बर्ष 11 वीं के पेपर दिए है।
यह है पूरा मामला
पीड़ित युवक ने बताया कि बीते 28 मार्च को बह अपने काम पर गया था। जब शाम को घर वह घर पहुंचा तो बच्चों और उसके माता पिता ने बताया कि दीदी और मां घर पर नहीं है। इसके बाद युवक ने उनको तलासने का काफी प्रयास किया लेकिन कोई पता नहीं चला। जिसके बाद युवक ने अपनी 30 साल की पत्नि और 16 साल की नाबालिग बेटी के गुमशुदा हो जाने की शिकायत शहर के कोतवाली थाने में पहुंच कर दर्ज करायी।
युवक कहना था कि इसके बाद 30 मार्च की शाम को मेरी पत्नी और बेटी जीआरपी पुलिस ने दिल्ली वाली ट्रेन में मुरैना मे पकड लिया और कोतवाली पुलिस को सूचित किया। कोतवाली पुलिस ने मेरी पत्नी ओर बेटी को मुझे सौंप दिया। इस दौरान मुझे जानकारी मिली कि यह एक लडके के साथ फरार हुई थी। कोतवाली पुलिस ने नाबालिग बेटी का मेडिकल नहीं कराया और पूछताछ भी की। जबकि में पुलिस से कह रहा था कि मुझे पूरी जानकारी चाहिए कि यह किसके साथ थी और रात भर कहा रूकी ओर दिल्ली किसके साथ और क्यो जा रही थी।
बाल आयोग पहुंचा पीड़ित
इसके बाद जब मामले में पुलिस द्धारा कोई संतोष जनक जबाब नहीं मिला तो युवक ने इस घटनाक्रम की शिकायत बाल आयोग शिवपुरी में की। युवक ने बाल आयोग में शिकायत करते बताया कि उसकी पत्नि उसकी नाबालिग बहन/बेटी को अपने साथ ले गई और बहन को किसी के साथ गलत कृत्य करके आने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में बहन/बेटी को सौंप कर पूरी जानकारी नहीं दी है।
युवक ने सीडब्ल्यूसी शिवपुरी की अध्यक्ष डॉ सुषमा पांडे से शिकायत दर्ज कर अपनी नाबालिग बेटी के बारे में पूरा खुलासा करने की मांग की। युवक ने मांग कि पुलिस अब पूरी पड़ताल करे कि कहां गई थी, और कैसे यह पुलिस गिरफ्त में आईं। पुलिस सूत्रों से अभी जानकारी मिली है कि ग्वालियर से दिल्ली की ओर झेलम एक्सप्रेस से यह दोनों जा रही थीं। तभी जीआरपी पुलिस ने इन्हें पकड़ा और रात 1:30 बजे शिवपुरी लाया गया।
इस मामले में सोमबार को सीडब्लूसी आफिस में नाबालिग ने काउंसिलिंग के दौरान बताया कि वह 29 मार्च को अपनी भाभी मां के साथ दोपहर को घर से निकली और ग्वालियर की बस में बैठ गई,रास्ते में भाभी मां ने अपने बीएफ को फोन लगाया और अपने ग्वालियर आने की सूचना दी। ग्वालियर पहुंचते ही भाभी मां का बॉयफ्रेंड राज धाकड़ निवासी बैराड़ के आया और हमें अपने दोस्त के रूम पर ले गया। ग्वालियर पहुंचते ही भाभी ने अपने मंगलसूत्र ओर साडी उतार दी और लड़कियों वाले कपड़े पहन लिए और मुझे सबसे अंदर वाले कमरे में बंद कर दिया और ताला लगाकर घूमने चले गए। देर रात लौटकर आए तो राज धाकड मेरे कमरे में आया और मेरे साथ रात भर रेप किया।
पीडिता ने बताया कि मे रोती रही भाभी मां के लिए चिल्लाती, रही लेकिन ना ही मेरी राज धाकड ने सुनी और ना ही भाभी मां ने पीड़िता ने बताया कि राज धाकड हमें दिल्ली ट्रेन से ले जा रहा था,मै सीट की ट्रेन पर बैठी बैठी रो रही थी,तभी एक अंकल आए और मेरे से रोने का कारण पूछने लगे, मैंने सारी घटना बता दी वह अंकल वकील थे,उन्होने जीआरपी पुलिस को फोन लगा दिया। जीआरपी पुलिस ने हमे पकड लिया और मैंने सारी बात बता दी। पीडिता ने बताया कि मैंने सभी बाते कोतवाली पुलिस को बता दी थी,मे लडके पर कार्यवाही कराना चाहती थी,लेकिन मेरी सुनी नहीं गई,भाभी मां और लडके की सूनी गई। मुझे और मेरी भाभी को घर भेज दिया।
अनाथ आश्रम भेजना चाहथी थी भाभी मां
पीडिता ने बताया कि भाभी मां मुझे अनाथ आश्रम भेजने की धमकी देती थी,इसलिए मैं उनकी सारी बात मानते हुए उनके साथ गई। राज धाकड से भाभी मां का पिछले 2 साल से अफेयर चल रहा था,वह किसी शादी में भाभी मां को मिला था। जब हम घर पर अकेले होते थे तब वह हमारे घर पर आता था। भाभी मां मुझे धमकी देकर डरा देती थी कि किसी से कुछ बोला तो तुझे अनाथ आश्रम भेज दूंगी।
पीड़िता को बेचने की थी तैयारी
पीडिता ने बताया कि भाभी मां के तीन बच्चे हो चुके थे इसलिए उन्होंने ऑपरेशन करवा लिया था उनको अब बच्चे नहीं होते इसलिए मेरे को अपने साथ ले गई थी। मेरा बलात्कार भी सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए करवाया था। बच्चा पैदा होने के बाद राज और भाभी मां कह सकती थी कि यह हमारा बच्चा है जिससे राज के परिवार वालो को कोई आपत्ति ना हो,क्यों की राज यह बात अपने परिवार से छुपाना चाहता था कि जिससे उसने भागकर शादी की है वह शादी शुदा होकर तीन बच्चों की मां है। बच्चे पैदा होने के बाद मुझे बेचने की प्लानिंग थी।