रक्षक बने भक्षक: सनवारा बीट पर लाखों रूपए खर्च कर प्लांटेंशन, बीटगार्ड के संरक्षण में उजड रहा है

हार्दिक गुप्ता@ शिवपुरी। जिले में भ्रष्टाचार की जडें बेहद अंदर तक परेशान कर रही है। ऐसा कोई भी विभाग अछूता नहीं है जहां भ्रष्टाचार न हो। चारों और भ्रष्टाचार का ही बोल बाला है। परंतु इसी बीच कोलारस वन क्षेत्र के सनवारा गांव में रक्षक ही भक्षक बन गए है। यहां प्लांटेशन की रक्षा में तैनात रक्षक अपने घरों में सो रहे है और प्लांटेशन यहां खुलेआम उजड रहे है।
ऐसा ही मामला सनवारा बीट के ग्राम गुडा से आ रहा है। जहां वन विभाग द्धारा लाखों रूपए खर्च करके यहां प्लांटेशन किया गया है। इस प्लांटेशन की रक्षा के लिए विधिवत यहां वनकर्मीयों को तैनात किया गया है। परंतु यह वनकर्मी यहां अपने काम को छोडकर जंगल में आदिवासीयों से बसूली करने में व्यस्त है और यह प्लांटेशन को मवेशीयों ने पूरी तरह से उजाड दिया है।
बताया गया है किकोलारस वन क्षेत्र के सनवारा बीट के गुडा में गत 4 वर्षों में लाखो रुपए की राशि खर्च कर नए प्लांटेशन का निर्माण करवाया गया था। बड़ी संख्या में पौधारोपण किया गया। लेकिन वन विभाग की अनदेखी के चलते प्लांटेशन आबाद होने से पहले ही उजडऩे के कगार पर पहुंच गए। प्लांटेशन में जगह- जगह रास्ते बना दिए। पत्थरों से बनाई गई चार दीवारी भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। प्लांटेशन जज्जर हालत में दिखाई दे रहा है
इस कारण मवेशी खुलेआम विचरण कर रहे है ।
ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर समितियों के माध्यम से प्लांटेशन बनाए थे। वर्तमान में इनमें खुलेआम मवेशी चर रहे हैं। जहां न तो कोई चौकीदार रहता है और न ही वन विभाग की ओर से कोई देखने आता है। वन विभाग ने वन क्षेत्र में लाखों रुपए खर्च कर नए प्लांटेशन में ट्रेंच सहित अन्य काम कराए थे। इसके साथ ही पौधारोपण करने के लिए गड्ढे किए थे। जिसमें पौधारोपण का कार्य किया गया। लेकिन पौधारोपण के बाद में प्लांटेशन की सुरक्षा व्यवस्था सही तरीके से नहीं होने से पौधे नष्ट होने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया है कि यहां विभाग के जिम्मेदार जंगल में आदिवासीयों को पकडकर उनसे बसूली करते है। इस और उनका कोई ध्यान नहीं है।