सहकारिता घोटाला से कंगाल सहकारिता बैंक: अपने ही पैसे के लिए दर दर की ठौंकरे खा रहे है उपभोक्ता,न इलाज के और न बेटी की शादी के लिए रहे खुद के पैसे

शिवपुरी। जिले के कोलारस में एक चपरासी द्धारा 84 करोड का सहकारिता घोटाला करने के बाद बैंक को कंगाल करने के बाद 2 साल बीत जाने के बाद भी कंगाल बैंक के दिन बापस नहीं हो सके है। जिसके चलते इस बैेक के उपभोक्ता लगातार परेशान हो रहे है। हालात यह है कि लोगों ने अपने जीवन की जमा पूंजी इस बैंक में जमा कर रखी थी कि वह अपनी जरूरत पर काम आ सके। परंतु इस ​बैंक के कंगाल होने के चलते इस बैंक से अपने ही पैसे नहीं मिल पा रहे। जिसके चलते उपभोक्ता कलेक्टर से गुहार लगाने के मजबूर है।

यहां बता दें कि सहकारिता बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले के सालों बाद भी बैंक अपने खाता धारकों को जमा पैसे नहीं लौटा रहा है। ऐसे में कई परिवारों को अलग अलग प्रकार की समस्याओं से जूझना पढ़ रहा है। इसी प्रकार की एक समस्या से जूझ रहे पोहरी के रहने वाले नरेश कुमार भार्गव ने बताया कि वह बीएसएफ से इंस्पेक्टर के पद से रिटायर्ड हुए हैं। उनके घुटनों का ऑपरेशन होना है। इसके लिए उन्हें 80 हजार की आवश्यकता है।

लेकिन वह पैसों के अभाव में ऑपरेशन नहीं करा पा रहे हैं। जबकि उनके सहकारिता के बैंक खाते में पांच लाख जमा है लेकिन बैंक उन्हें उन्ही के जमा पैसों को देने से इंकार कर रहा है। इसी के चलते आज वह कलेकटर के पास पहुंचे और बैंक से पैसे दिलाये जाने की मांग की है। बीएसएफ से रिटायर्ड इंस्पेक्टर को कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने जल्द से जल्द बैंक से पैसे वापस दिलाए जाने के लिए आश्वस्त किया हैं।

25 को बेटी की शादी,बैंक पैसे नहीं दे रहा,शादी कैसे होगी
करैरा तहसील के टीला गांव के रहने वाले विनोद राय ने भी सहकारिता बैंक की शिकायत जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से दर्ज कराई है। विनोद का कहना है कि उसने बेटी की शादी के लिए पैसे जोड़कर 3 लाख की एफडी फरवरी 2022 में एक साल के लिए कराई थी।

एफडी की समय अवधि पूरी होने के बाद बैंक एफडी के पैसे नहीं लौटा रहा हैं। जबकि उसकी बेटी की शादी 25 अप्रैल को होनी है। ऐसे में उसके सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। पैसे नहीं मिले तो मेरी बेटी की शादी में व्यवधान पैदा हो सकता है।

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