शिवपुरी की मशहूर डांसर किरण और वंदना ने देह व्यापार में उतारने के लिए 7 साल की मासूम का सौंदा 5 लाख में किया था,शिवपुरी के पांच आरोपी

शिवपुरी। खबर शहर के सबसे बदनाम इलाके यानी पुरानी शिवपुरी स्थिति रेडलाईट ऐरिया से आ रही है। जहां बीते दिनों सीहोर जिले की पुलिस ने शिवपुरी की दो सगी बहनों को एक मासूम के देह व्यापर में उतारने के आरोप में शिवपुरी आकर गिरफ्तार किया था। इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया है कि उक्त दोनों वहन शातिर है और वह 7 साल की मासूम को जिस्म फिरौसी के धंधे में उतारने के लिए 5 लाख रूपए में खरीदकर उसे धंधे में उतारने के लिए उसे समय से पहले इंजेक्शनों के जरिए जवान करके उतारने की तैयारी में थी। यह दोनों बहनें शातिर है और दोनों ही डांसर है। इसके जरिए वह लोगों को अपनी बातों में उलझा लेती थी।
बताया जा रहा है कि यह दो बहनें और हैं, जो अभी मुंबई के बार में डांस करती हैं। किरन व वंदना ने ही 5 लाख रुपए में मासूम को खरीदने का सौदा तय किया था। पुलिस की पूछताछ में किरन लगातार गुमराह करती रही। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसे अपने 13 वर्षीय बेटे की शादी के लिए मासूम बच्ची की जरूरत थी। हालांकि, उसके इस बयान पर पुलिस को विश्वास नहीं हो पा रहा है।
मानव तस्करी गिरोह से मासूम को मुक्त कराने वाली टीम से जुड़े सदस्यों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि किरन व वंदना बहुत शातिर हैं। उनका बयान तो खुद को बचाने का एक प्रयास है। दरअसल, इस रेड लाइट एरिया में ऐसी कई लड़कियां रहने को मजबूर हैं, जिन्हें कम उम्र में इसी तरह से अगवाकर लाया गया था।
ये गिरोह 7 से 8 साल की कम उम्र की बच्चियों को अलग-अलग स्थानों से अगवा करते हैं। उनका टारगेट इसी तरह गरीब परिवार की बच्चियां होती हैं। ये यहां लाकर इंजेक्शन आदि लगाकर उन्हें कम उम्र में ही जवान बना देती हैं। 12-13 साल की उम्र में इन बच्चियों को जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया जाता है। हालांकि, पुलिस को इनके पास से अभी किसी तरह के इंजेक्शन नहीं मिले हैं। वजह पुलिस ने किरन को उस समय दबोचा था, जब वह मासूम को खरीदने के लिए पहुंची थी, जबकि उसकी बहन वंदना और उसके कथित प्रेमी अनुज को किरन को माध्यम बनाकर दबोचा था।
क्या था पूरा मामला
10 फरवरी की सुबह 8 बजे दयाराम गिरोह ने सीहोर जिला मुख्यालय से 45 किमी दूर इछावर थाना क्षेत्र के डुंडलावा गांव से 7 वर्षीय को अगवा किया था। आरोपी कार से थे। मासूम स्कूल ड्रेस में थी। परिवार के बड़े लोग खेत गए हुए थे। दो छोटे भाइयों के साथ मासूम ही घर पर थी। कार में सवार मांगीबाई ने मासूम को बॉटल देकर पानी मंगवाया। मासूम बच्ची जैसे ही पानी लेकर पहुंची, आरोपी ने उसे कार में धक्का देकर बिठा लिया और फरार हो गए।
घरवालों ने चार घंटे बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, टॉवर लोकेशन व सफेद कार के आधार पर आरोपियों का पता लगाया। 17 घंटे के अंदर सीहोर पुलिस ने शिवपुरी से मासूम को मुक्त करा लिया था। नौ आरोपी मौके से और 5 बाद में गिरफ्तार हुए। सभी आरोपियों पर अपहरण, मानव तस्करी, पॉक्सो एक्ट व एससी-एसटी का प्रकरण दर्ज हुआ है। आरोपी पूछताछ के बाद जेल भेजे जा चुके हैं।
शिवपुरी जिले के पांच आरोपी थे इस घटनाक्रम में
बताया जा रहा है कि इस मासूम बच्ची के अपहरण के मामले में शिवपुरी जिले के 5 आरोपीयों के नाम सामने आए है। जिसमें आजाद सिंह कंजर उम्र 38 साल निवासी मायापुर,धर्मराज कंजर उम्र 55 साल निवासी मायापुर, किरन बेडिया उम्र 23 साल निवासी रेडलाईट ऐरिया पुरानी शिवपुरी,बदंना बेडिया उम्र 21 साल निवासी रेडलाईट ऐरिया पुरानी शिवपुरी और प्रेमी अनुज बेडिया उम्र 25 साल निवासी पुरानी शिवपुरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
