जिला पंचायत अध्यक्ष को 15 दिन में भी नहीं मिला जावक रजिस्ट्रर आखिर ऐसा क्या काला पीला है जो देने से कतरा रहे है जिला पंचायत CEO ?

शिवपुरी। खबर जिला पंचायत कार्यालय से आ रही है। जहां बीते चार दिन से जिले जिला पंचायत अध्यक्ष उमराव मराबी के कर्मचारी जिला पंचायत अध्यक्ष को ही जावक रजिस्टर उपलब्ध नहीं करा पा रहे है। इसे लेकर अब इसमें भी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। कि आखिर ऐसा क्या कारण है कि यह रजिस्टर देखने को भी नहीं मिल पा रहा है।
जब इस संबंध में जो महिला बाबू का कहना है कि यह रजिस्टर अभी कम्पलीट नहीं है। और यह एडिसनल सीईओ महेंद्र जैन के पास हैं। अब जिला पंचायत जैसे विभाग में बीते 15 दिनों से जावक रजिस्टर गायब है यह समझ से परे है। जिसके नतीजे में सभी कामकाज ठप हो गए हैं योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है तो वही कार्यालय में आने वाले पत्रों का लेखा-जोखा भी जावक रजिस्टर में दर्ज नहीं हो पा रहा है।
इस बात की जानकारी आज जब जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा अमित यादव को लगी तो उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारी को तलब किया लेकिन अधिकारी कार्यालय से नदारद मिले। उसके बाद आज फिर उस महिला बाबू को तलब किया तो उसने बताया कि कार्यालय के अधिकारी महेंद्र जैन ही इसके बारे में बता सकेंगे, लेकिन जैन मौजूद नहीं थे जिसके नतीजे में आज भी जावक रजिस्टर के बारे में कोई जानकारी हाथ नहीं लग सकी है।
कही तबादले के फैर में कुछ काला पीला तो नही
इस मामले में अगर सूत्रों की माने तो यह पूरा मामला जिला पंचायत के तबादलों से जुडा है। प्रदेश सरकार ने तय समय के भीतर सभी जिलाधिकारियों को तबादले के आदेश निकालने के निर्देश दिए थे लेकिन समय रहते तबादले नहीं किए जा सके। अब बताया जा रहा है कि जिले के प्रभारी मंत्री सचिवों के तबादले की सूची देने वाले हैं जिसके नतीजे में जावक रजिस्टर को जानबूझकर कार्यालय से हटाकर अलमारी में बंद किया गया है।
यहा हम पाठकों को बता दे कि जावक रजिस्टर वह रजिस्टर होता है। जिसमें संबंधित कार्यालय से जो कोई डांक जाती है वह इस रजिस्टर में इन्ट्री होने के बाद ही जाती है। यह प्रतिदिन और प्रतिघंटे अपडेट रहने बाला रजिस्टर है। परंतु उसके बाद भी बीते 15 दिन से इस रजिस्टर के बारे में कोई भी जानकारी जिला पंचायत अध्यक्ष को नहीं मिल रही।
अब जावक रजिस्टर के गायब होने का माजरा जिला पंचायत के सभी कर्मचारी और अधिकारियों की जानकारी में है। सभी चटकारे लेकर बातें कर रहे हैं। इधर इस मामले में जब जिला पंचायत के सीईओ उमराव मरावी से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नहीं लगा जबकि दूसरी तरफ जिला पंचायत अध्यक्ष ने भी फोन उठाना उचित नहीं समझा।
इस पूरे मामले की जांच होना जरूरी है क्योंकि यह अकेला मामला नहीं है बल्कि सरकारी गलियारों में इसी तरह से कोई भी दस्तावेज गायब हो सकता है और तब लेने के देने पड़ सकते हैं। अभी तक नगर पालिका शिवपुरी इसी तरह के मामले को लेकर बीते सालों में चर्चाओं में रहे है। परंतु यह मामले सिर्फ मीडिया में उठते है और उसके बाद दब जाते है। परंतु इनपर कार्यवाही नहीं हो पाती।
इनका कहना है
बीते कई दिनों से में यह रजिस्टर मांग रही हूं। परंतु यह रजिस्टर मुझे अबलोकन के लिए भी उपलब्ध नही कराया जा रहा। कल भी मेने मांगा था और आज भी मांगा था। तो मुझे यह कहा गया कि यह रजिस्टर में अभी कुछ इंन्ट्रीया और होनी है उसके बाद यह आपको दे दिया जाएगा। मेने उसके बाद यह भी कहा कि वह जिस स्थिति में है उसे उसी स्थिति में दिखा दे। तो वह भी नहीं दिखाया जा रहा। अब इसके पीछे कारण क्या है यह तो में रजिस्टर देख लूंगी उसके बाद ही बता पाउंगी। आज सीईओ सहाब ने रजिस्टर दिखाने का फिर से आश्वासन दिया है।
नेहा अमित यादव,अध्यक्ष जिला पंचायत शिवपुरी।