छात्रावास के छात्र टिफिन में पास्ता भरकर पहुंचे कलेक्ट्रेट, बोले ऐसा खाना मिलता है आप खाकर देखों

शिवपुरी। आज कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में छात्रावास के छात्रों ने पहुंचकर अपने हॉस्टल के संचालक पर गंभीर आरोप लगाए है। पीडित छात्र अपने साथ टिफिन में पास्ता लेकर पहुंचे। जहां छात्रों ने पास्ते का टिफिन अधिकारीयों को सौंपते हुए कहा कि उन्हें ऐसा खाना दिया जा रहा है। आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचे छात्रों ने अपने छात्रावास में व्याप्त अव्यवस्थाओं सहित सही तरीके से भोजन मुहैया न कराने की शिकायत दर्ज कराई।
कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे पहुंचे रविंद्र जाटव ने बताया कि आज उन्हें नाश्ते में जो पास्ता दिया गया था उसकी गुणवत्ता की शिकायत करने वह कलेक्टर कार्यालय पहुंचे हैं। हर रोज उन्हें इसी तरीके से घटिया किस्म का नाश्ता व खाना दिया जाता है जिससे वह परेशान हो चुके हैं।
छात्रावास के छात्रों ने बताया कि उन्हें मीनू चार्ट के अनुसार भोजन उपलब्ध नहीं कराया जाता है। खाने में सब्जी की क्वालिटी बहुत ही घटिया किस्म की रहती है। इतना ही नहीं छात्रावास प्रबंधन ने उन्हें 2 साल पुरानी रखी हुई मैगी भी काफी दिनों तक खिलाई। जिस की एक्सपायरी डेट भी निकल चुकी थी। अब तक नाश्ते में उन्हें मैगी, पोहा, पास्ता और खिचड़ी ही दी जाती है जिसकी क्वालिटी भी बेहद ही खराब होती है।
छात्रों ने बताया कि खाना बनाने वाले रसोईया और अधीक्षक अपने लिए अलग से भोजन तैयार करते हैं। वह कभी भी उनके साथ भोजन करना पसंद नहीं करते हैं। साथ ही वह हमसे छुआछूत रखते हैं। इसके अतिरिक्त पानी की टंकी में कीड़े पड़े हुए हैं साथ ही जहां से पानी भरना होता है वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है कायदे से छात्रावास में वाटर कूलर होना चाहिए लेकिन वह भी 3 साल से खराब पड़ा हुआ है।
छात्र रविंद्र ने बताया इसकी शिकायत वह कई बार हॉस्टल के अधीक्षक से कर चुके हैं परंतु उनके द्वारा चरित्र खराब करने की धमकी दी जाती है जिससे उन्हें आगामी समय में किसी भी हॉस्टल या स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा! इसके अतिरिक्त रात के समय अधीक्षक सहित अन्य कर्मचारी क्वार्टर होने के बावजूद भी नहीं रुकते हैं छात्रावास के सभी 25 बच्चों को अकेले सोते हैं रात के समय डर भी लगता है। छात्रावास में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है इसकी शिकायत करने पर उन्हें धमकियां दी जाती हैं इसीलिए छात्रावास के सभी छात्र एकत्रित होकर आज कलेक्टर से इसकी शिकायत करने पहुंचे हैं।