शिवपुरी की ललिता से मोदी जी बोले- राम राम, बिना रूके योजनाओं का बखान करती चली गई ललिता आदिवासी,मोदी जी बोले- सुपर फास्ट बोलती हो

शिवपुरी। आज शिवपुरी के ग्राम हातौद में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनमन अभियान की शुरूआत करते हुए अलग अलग राज्यों की महिलाओं से वीडियों कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। उन्होंने महिलाओं से सरकार की योजनाओं के लाभ को लेकर बातचीत की। इस दौरान शिवपुरी जिले की आदिवासी महिला हितग्राहीयों से भी पीएम मोदी ने बातचीत की। जिसमें हातौद गांव की ललित आदिवासी से बात करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले बोला ललिता जी राम राम। ललिता आदिवासी बोली माननीय प्रधानमंत्री जी सभी लाडली बहनों की तरफ से राम राम
पीएम मोदी आपके परिवार के कौन कौन है जरा अपने बारे में बताईएं ?
ललिता आदिवासी मेरा नाम ललिता आदिवासी है। मेरे पति का नाम रामसेवक आदिवासी है। मेरे परिवार में तीन बच्चे है। बडी बेटी आरजू जो 6 वीं क्लास में पढती है। उसे छात्रवृति ड्रेस मिलती है। और सुकन्या समृद्धि योजना में उसका 250 रूपए से खाता खुला है। जिससे उसके खाते में 8 हजार रूपए जमा हो गए है। मोदी जी ने ललित का तारीफ करते हुए बोले कि ललिता जी आप तो सुपर फास्ट बोलती जा रही है। जिसपर ललिता ने कहा कि धन्यवाद मोदी जी जो आपने हमारे बारे में सोचा।
उसके बाद पीएम ने पूछा कि आपको पीएम आवास योजना के बारे में कैसे पता चला। ललिता ने कहा- मेरे घर में आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, लाड़ली बहना, हमारे यहां नल-जल योजना आदि का लाभ मिला है। आज आपसे बात करके खुश हूं। मोदी बोले- मुझे भी अच्छा लगा और मैं आपसे बात करके प्रभावित हो गया।
ब्याहकर आई तब पापा ने कहा था- पक्का मकान बन जाएगा
विद्या आदिवासी ने पीएम मोदी से कहा, वैष्णो देवी मैया का समूह चलाती हूं। आपकी योजनाओं का लाभ हमारे बच्चों को मिला है। जब ब्याह होकर आई थी तो यहां टपरी ही टपरी थी। मैंने पापा से कहा था तुमने कहां पटक दिया। ये जंगल में क्यों डाल दिया मुझे। पापा विदा कराने आए तो कहा कि बेटा तुम्हारा भी पक्का घर बनेगा। आपके घर भी नल आएगा। विद्या ने गांव का मॉडल दिखाते हुए कहा- अब हमारा गांव सुंदर है। पक्की सड़क है। अब गांव में नल-जल योजना आएगी घर-घर पानी आएगा। बड़ी बैठक है, जिसमें हम गणपति बप्पा बैठाते हैं। सर, पहले यहां एम्बुलेंस नहीं आती थी। अब एक फोन करने पर एम्बुलेंस आ जाती है। महिला और मरीजों को सीपरी अस्पताल ले जाते हैं।
पीएम ने विद्या से कहा- विद्या जी आपने तो पूरा विद्या ज्ञान प्राप्त कर लिया। हमारी सरकार की यही कोशिश है कि एक-एक नागरिक को योजना का लाभ पहुंचे। कहीं भटकना न पड़े। यही तो मोदी की गारंटी है।
विद्या आदिवासी ने बताया, ‘मैं प्रधानमंत्री से बात करके बहुत खुश हूं। हम लोग पहले झोपड़ी में रहते थे लेकिन मोदी जी की बदौलत अब बुलंदी छू रहे हैं। हमको सब चीज के लिए पैसा मिलता है। फ्री राशन मिलता है। हमारा घर पक्का हो गया है। बिजली कनेक्शन है, नल से पानी आता है, गैस चूल्हा भी है। हम अपनी खेती करते हैं। पति के पास रोजगार है। उससे हमारे घर का गुजारा चल जाता है। मैं समूह भी चलाती हूं। हमारे गांव के सभी आदिवासी भाई बहुत खुश हैं।’
वहीं, ललिता आदिवासी ने कहा, ‘मेरी प्रधानमंत्री जी से बात हुई है, मुझे गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने हमारे जीवन के बारे में पूछा। हमें बहुत अच्छा लगा। पीएम आवास देने और बंधन केंद्र बनाने की भी बात हुई है। मेरे बच्चे पहले स्कूल नहीं जा पाते थे। अब स्कूल जाते हैं। हमारा जीवन बहुत अच्छा हो गया है।

एक लाख लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की
प्रधानमंत्री ने पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की। हातोद के कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल, मंत्री विजय शाह, सांसद केपी यादव, शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, कोलारस विधायक महेंद्र यादव, पिछोर विधायक प्रीतम लोधी, करैरा विधायक रमेश खटीक और पाठ्यपुस्तक निगम उपाध्यक्ष प्रहलाद भारती मौजूद हैं।
क्या है पीएम जनमन योजना?
पीएम-जनमन की शुरुआत 15 नवंबर 2023 को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर अंतिम छोर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाने के अंत्योदय के विजन की दिशा में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए किया गया था।
लगभग 24,000 करोड़ रुपए के बजट के साथ पीएम-जनमन, 9 मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण हस्तक्षेपों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं से संतृप्त करके शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, बिजली, सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी और स्थायी आजीविका के अवसरों तक बेहतर पहुंच स्थापित करके पीवीटीजी की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार लाना है।