THR घोटाला: कल के वबाल के बाद आज स्थान बदल दिया, SUNDAY को भी कालापीला करने आंगनवाडी कार्यकताओं को बुलाया

शिवपुरी। जिले में चर्चा का विषय बना टीएचआर घाटोला लगातार सामने आने के बाद जिम्मेदार अधिकारी इस घोटाले को दबाने का हर भरसक प्रयास कर रहे है। कल भोपाल में हुई इनकी क्लास के बाद इन्हें तत्काल इस घोटाले से जुडे पत्रक उपलब्ध कराने का आदेश मिलने के बाद अब पूरे जिले में महिला बाल विकास विभाग ने आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि इसके पूरे रजिस्टर कार्यालय में उपस्थिति होकर बनाए।
जिसपर से कल महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में जब स्वतंत्र शिवपुरी की टीम पहुंची और इन पत्रकों का पूरा पर्दाफास किया तो यह मामला और बडा हो गया। विभाग में मचे इस हडकंप के बीच अब इन पत्रकों जो 2018 के बाद से गायब है इन्हें पुरानी डेट में बनाने का आदेश दिया जा रहा हैै। जिसके चलते आज सण्डे को भी विभाग के अधिकारीयों ने फिर से आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को बुलाया।
क्या है टीएचआर घोटाला
दरअसल हुआ यह है कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में 2018 से कोरोना काल में सभी आंगनवाडी केन्द्रों पर टेक टू होम के जरिए राशन भेजा गया है। इस राशन के हर माह ट्रक के ट्रक आए परंतु यह राशन आंगनवाडीयों पर नहीं पहुंचा है। इसे महिला एवं बाल विकास विभाग के जिम्मेदार सीडीपीओ सहित विभागीय अधिकारी खा गए। यह राशन पहुंचना तो दूर आंगनवाडी केन्द्रों पर यह राशन देखने को भी नहीं मिला।
अब कल बाबल हो गया था तो आज विभाग के कर्ता धर्ताओं ने इसका स्थान बदल दिया। आज स्थान बदलते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के ट्रेनिंग सेंटर जो कि हंस बिल्डंग के पास है आज सभी कार्यकताओं को यहां बुलाकर यह रजिस्टर बनवाए जा रहे है। सबसे अहम बात यह है कि बेचारी आंगनवाडी कार्यकर्ता पहुंच तो रही है साथ ही यह रजिस्टर भी अपने पैसे से खरीदकर ला रही है।
परंतु जब विभाग की और से इसकी आॅडिट की तो यह पूरा घोटाला परत दर परत खुलता चला गया। मध्यप्रदेश में इस घोटाले का गढ शिवपुरी भी रहा। जहां परियोजना अधिकारीयों ने मिलकर इस राशन को पूरी तरह से हजम कर लिया। अब आॅडिट रिपोर्ट सामने आने के बाद यह मामला फेल गया और अब जिम्मेदार इस मामले को समेटने में जुट गए।
आज जो मामला सामने आया है उसके अनुसार जिले भर के सभी परियोजना अधिकारी भोपाल बुलाए गए है। परंतु यहां सभी परियोजना कार्यालयों पर आज छुट्टी होने पर आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया। जहां इन्हें इनलीगल तरीके से काम दिया गया कि 2018 से आज दिनांक तक हर माह का टीएचआर का नया रजिस्टर पुरानी डेट में बनाकर इस घोटाले पर पर्देदारी की जा रही है।
इनका कहना है
आज स्थान बदलकर अगर यह काम हो रहा है तो यह बेहद ही गंभीर मामला है। में मामले को दिखबा रहा हूं। आखिर आज इन्हें क्यों बुलाया गया है। यह में पता लगा लेता हूं।
अक्षय कुमार सिंह,कलेक्टर शिवपुरी।