करैरा में 19 लाख के PM आवास घोटाले में नया मोड, आरोपी का VIDEO वायरल , शाखा प्रबंधक पर लगाए आरोप

करैरा। खबर जिले के करैरा नगर परिषद की है। जहां एक के बाद एक हो रहे घोटालों के बीच 19 लाख रूपए का पीएम आवास योजना में घोटाले का मामला दिन व दिन तूल पकडता जा रहा है। पहले इस घोटाले में नगर परिषद की ओर से कम्यूटर आॅपरेटर को आरोपी बताकर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी थी। अब एफआईआर दर्ज होने के बाद से फरार आरोपी का एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह अपने आप को बेकसूर बताते हुए शाखा प्रबंधक पर गबन का आरोप लगाते हुए उसे गलत फसाने की बात कह रहा है। अब इस मामले में सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद स्पष्ट होगा। पुलिस अब पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
विदित हो कि करैरा सीएमओ ताराचंद धूलिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि उनके कार्यालय में जितेंद्र गौड़ ने आवास योजना के नाम पर गबन किया है। आरोपी करैरा के वार्ड नंबर 5 काजी मोहल्ला में रहता है। वह नप में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर संविदा नियुक्ति के तौर पर कार्यरत था। जितेंद्र नगर के लोगों के खातों में पीएम आवास की राशि डालने व अन्य योजनाओं का काम करता था। जितेंद्र के पास पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से भुगतान करने के लिए चेकर आईडी, मेकर आईडी व कम्प्यूटर पासवर्ड रहते थे।
पीएम आवास के 26 लाख 50 हजार रुपए लोगों के खातों में वितरित होने थे। इसमें से 19 लाख रुपए का अंतर सामने आया। जांच में पता चला कि ऑपरेटर ने गलत बैंक खातों में 19 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। जिन लोगों के खातों में रुपए डाले गए हैं, उनमें से अधिकांश लोग ऑपरेटर के घर के आसपास ही रहते हैं।
वीडियो जारी कर सुनाई आपबीती
जितेंद्र ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए कहा है कि उन पर जो हितग्राहियों के गलत तरीके से खाते में पैसे डालने का आरोप लगा है वह निराधार है। आवास योजना के हितग्राहियों के खाते में पैसे डालने का कार्य वह नहीं करते बल्कि यह कार्य तो शाखा प्रभारी सौरभ विंदल करते हैं। उन्हीं ने यह सारा पैसा हितग्राहियों के खाते में डाला था।
जब आवास योजना में हुए घोटाले की जांच हुई तो इन सभी ने मिलकर उसे झूठे आरोपों में फंसा दिया। कुछ पैसे हितग्राहियों से वह लेकर जरूर आया था लेकिन यह पैसे सौरव ने मंगाए थे। वीडियो में जितेंद्र का कहना है कि उस पर अब लगाए गए आरोप पत्र पर साइन करने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है।