महिला आरक्षण के बाद पोहरी से महिला प्रत्याशी के रूप में दाबेदारी दिखा रही है एडवोकेट सलोनी पालीवाल

शिवपुरी। इन दिनों चुनाव की चर्चा चारों और है। प्रत्येक व्यक्ति की जबान पर इन दिनों चुनाव की चर्चा है। इसी बीच पोहरी विधानसभा में चुनाव को लेकर लगातार समीकरण बन और बिगड रहे है। इसी बीच लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद अब शिवपुरी जिले में महिला प्रत्याशी की मांग जोर पकडने लगी है। अभी तक शिवपुरी जिले की विधानसभा में शिवपुरी विधानसभा पर महिला प्रत्याशी यानी राजे चुनाव लडती आ रही है।
परंतु राजे के चुनाव लडने से इंकार करने के बाद अब जिले की पांचों विधानसभाओं में से एक पर महिला प्रत्याशी की मांग बल पकड रही है। इस मांग में कोलारस से पूर्व विधायक महेन्द्र यादव की बहन मुनिया यादव का नाम प्रमुखता से चल रहा है। इसी बीच पोहरी विधानसभा से भाजपा से एडवोकेट सलोनी पालीवाल अपनी दाबेदारी दिखा रही है। इसी के साथ इस विधानसभा क्षेत्र से लगातार डॉ सलोनी सिंह धाकड भी भाजपा से टिकिट की मांग कर रही है और वह भी लगातार क्षेत्र में सक्रिय है।
कौन है एडबोकेट सलोनी पालीवाल
शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा से टिकिट की मांग कर रही एडबोकेट सलोनी पालीवाल के जीवन पर अगर परिचय डाले तो यह भाजपा के कट्टर नेता और वर्तमान मेें जिला पंचायत सदस्य विवेक पालीवाल की सुुपुत्री है। वर्तमान में इनकी मां निशा पालीवाल जिला पंचायत सदस्य है। निशा की उम्र महज 25 साल है परंतु वह पढी लिखी युवा पीडी की है। उन्होंने नेशनल लॉ यूनिर्वसिटी शिमला से एलएलबी की है। उसके पिता विवेक पालीवाल बीते 1993 से भाजपा के सक्रिय सदस्य है। इसके साथ ही उनके दादा जी नरेन्द्र कुमार पालीवाल 1967 से भारतीय जनसंघ से जुडे रहे है और वह बीते 1967 से 1974 तक तहसील कार्यवाह के पद पर रहे है। अब उनकी बेटी एडबोकेट सलोनी पालीवाल भी पोहरी विधानसभा से भाजपा की और से टिकिट की दावेदारी दिखा रही है।
सभी समाजों को साधकर चलने बाले है पिता विवेक पालीवाल
एडवोकेट सलोनी पालीवाल के पिता विवेक पालीवाल बीते लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय रहे है। वह बीते चुनाव में पोहरी विधानसभा से जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव पडे और वहां अच्छी जीत के बाद वह जनपद अध्यक्ष का चुनाव लडे। परंतु इस चुनाव में मुख्य समय पर बदले समीकरण के बीच हुए हमले के चलते वह चुनाव हारने के बाद पूरे मध्यप्रदेश में चर्चा में रहे। उसके बाद यह फिर से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लडे और उन्होंने प्रमुख दाबेदार बनियाराम को हराकर जिला पंचायत चुनाव में जीत दर्ज कराई थी।
यह अपने क्षेत्र में अक्शर लोगों के बीच अपनी सोम्य छवि के लिए पहचाने जाते है। यह मूलत: भटनावर गांव के निवासी है और क्षेत्रिय होने के चलते के चलते अपनी युवा और पढी लिखी बेटी सलोनी अब इस क्षेत्र में राजनीति के जरिए लोगों के बीच जा रही है और इस क्षेत्र से दावेदारी दिखा रही है।