अब कोलारस में प्रशासन की नाक के नीचे भिंड के लोग काट रहे है महावीर कॉलोनी,प्रशासन की खुली छूट,सपनें दिखाकर लोगों को लूट रहे है

हार्दिक गुप्ता@कोलारस। जिले के कोलारस में इन दिनों भू माफियाओं का कहर जारी है। जहां लोगों को बडे बडे सपने दिखाकर यह भू माफिया लोगोे को खुलेआम चूना लगा रहे है। इस मामले में सबसे अहम बात यह है यह कोलारस लोकल के न होकर भिंड मुरैना से आकर यहां खुलेआम अवैध कॉलोनीयों का बोर्ड लगाकर बेच रहे है। ऐसा नहीं है कि इन भू माफियाओं की खबर प्रशासन को नहीं है बल्कि प्रशासन की नाकामी के चलते यह खुलेआम लोगों को बडे बडे सपने दिखाकर कॉलोनी काट रहे है।
हालात यह कि यह भू माफिया बाहरी क्षेत्र से आकर नगर की भोली वाली जनता को सपनों का घर दिलाने के नाम पर प्लॉट बेचकर ठग रहे हैं नगर के मानीपुरा एप्रोच रोड पर महावीर कॉलोनी के नाम से भी कालोनी काटी जा रही है कॉलोनी का नक्शा तथा डायवर्सन पास कराए बिना ही मनमाने तरीके से प्लाट बेचे जा रहे हैं। भूमाफिया बिना पंजीयन के ही यह काम कर रहे हैं। कॉलोनाइजरों के झांसे में फंसने के बाद लोगों को कॉलोनी में सुविधा नहीं मिलती, जिससे वे परेशान होते हैं।
इन भूमाफियाओं द्वारा खेती की जमीन ओने पौने-दामों पर खरीद कर अवैध कॉलोनी काटी जा रही है। भू-माफियों के जाल में फंस कर प्लॉट लेने वाले उपभोक्ता इनके झांसे में आ जाते हैं। नगर में अवैध कालोनियों का कारोबार काफी जोरों पर है अवैध रूप से खेती की जमीन पर काटी जा रही इन कॉलोनियों में रहवासियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती है। बाद में लोगों को परेशान होना पड़ता है। पानी, सडक, नालियां बिजली जैसी कोई मूलभूत सुविधाओं नही हैं।
पूर्व में भी कई अवैध कॉलोनियों कट चुकी है। इसमें आज भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। इसके बाद भी लगातार कॉलोनाइजर अवैध कालोनियां काटकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे है। कॉलोनाइजर लोगों को वैध कॉलोनी का झांसा देकर अवैध कॉलोनियां काटने में लगे हुए हैं। इन अवैध कॉलोनियों पर लगाम कसने की जिम्मेदारी प्रशासन की है , लेकिन प्रशासन को फील्ड में घूमने के बावजूद यह अवैध कॉलोनियां नजर नहीं आ रही हैं।

यह है नियम
कॉलोनी के लिए कॉलोनाइजर को टीएनसीपी अनुज्ञा लेनी पड़ती है। इसके बाद कॉलोनी विकास अनुज्ञा प्राप्त करनी पड़ती है। नक्शा पास कराना अनिवार्य होता है। तथा कॉलोनाइजर का लाइसेंस प्राप्त करना होता है इन कॉलोनियों में कॉलोनाइजर द्वारा मूलभूत सुविधा बिजली, पानी, सड़क पार्क आदि का विकास कार्य करना होता है।
नगर पंचायत की खुली छूट का फायदा उठा रहे है भू माफिया
जिले के कोलारस में यह भू माफिया नगर पालिका अधिनियमों को ताक पर रखकर खुलेआम अवैध कॉलोनी काटकर विभाग को तो चूना लगा ही रहे है साथ ही पब्लिक के लिए परेशानी का सबब बन रहे है। यहां सपनों की दुनिया घुमाने के बाद धरातल पर कोई काम नहीं करा रहे। जिसके चलते बस कॉलोनी काटने के बाद इसके नामांतरण कराकर यह भूल जाते है। जिसके चलते लोग परेशान होते रहते है और मूल भूत सुविधाओं के लिए फिर प्रशासन को आवेदन देते नजर आते है।
राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली भी चर्चा में
बताया जा रहा है कि लगातार कोलारस में इन भू माफिया को राजस्व विभाग का खुला सरंक्षण मिला हुआ है। जिसके चलते नगर पंचायत क्षेत्र में राजस्व विभाग इन अवैध कॉलोनाईजरों को अभय दान देते हुए खुलेआम अपनी मूक सहमति दे रहा है। अब प्रशासन की मिली भगत से यह भू माफिया दिन दूने रात चौगने स्तर से यहां कॉलोनीयों का निर्माण कर रहे है।
कल की कार्यवाही के बाद भी बेरोकटोक चल रहा है निर्माण
बीते रोज स्वतंत्र शिवपुरी ने इस मामले में प्रशासन से शांतिनगर कॉलोनी के निर्माण कार्य करने पर एक जेसीबी को जप्त भले ही कर लिया है। परंतु एक कॉलोनी पर कार्यवाही के बाद भी अन्य कॉलोनाईजरों में प्रशासन का कोई भय नहीं है। प्रशासन की नाक के नीचे यह कॉलोनाईजर खुलेआम कॉलोनी काट रहे है।