नगर परिषद के कम्प्यूटर ऑपरेटर जीतेन्द्र ने PM आवास के 19 लाख हड़प लिए,FIR की तैयारी

करैरा। जिले में भृष्टाचार अपने पूरे चरम पर है,जिम्मेदार प्रायवेट कर्मचारियों के भरोसे शासन के खजाने को छोड़ रहे है और यह कर्मचारी शासन को चूना लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे। अभी हाल ही में सम्बल योजना में जिंदा लोगों को मृत बताकर लाखों रुपये खातों से आहरित करने बाले मामले में प्राथमिकी दर्ज नही हो पाई है। दूसरा मामला भी सामने आ गया है।
दूसरा मामला जिले की करैरा नगर परिषद से आया है जहां कलेक्टर रेट के कर्मचारी ने सीएमओ के आईडी पासवर्ड का दुरूपयोग करते हुए ऐसे हितग्राहियों के खाते में पीएम आवास की 19 लाख रुपये की राशि दुवारा से डाल दी जिनके खाते में पूर्व में ढाई लाख रुपये पहुंच चुका था और उनके आवास बन कर तैयार हो चुके थे।
कर्मचारी ने संबंधित हितग्राहियों को कमीशन देने के उपरांत पूरी राशि खाते से निकालवा ली और पूरी राशि का गवन कर लिया।
काजी मोहल्ला वार्ड क्रमांक पांच में रहने वाला जितेंद्र पुत्र काशीराम गौड नगर परिषद करैरा में कलेक्टर रेट पर कम्प्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत था। उक्त कर्मचारी के पास सीएमओ तारा चंद्र दुलिया की चैकर आईडी, मेकर आईडी एवं पासवर्ड पूर्व से ही जितेंद्र के पास थे। इसी क्रम में पिछले दिनों शासन से जानकारी आई कि उनकी नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास के 45 लाख 50 हजार रुपये का वितरण हितग्राहियों को किया गया है।
वहीं नगर परिषद ने सक्षम स्वीकृति उपरांत सिर्फ 26 लाख 50 हजार रुपये का वितरण किया था। ऐसे में 10 लाख रुपये का अतिरिक्त भुगतान कैसे हो गया? जब इस बात की पड़ताल शुरू हुई तो पता चला कि कम्प्यूटर आपरेटर ने उनके आईडी पासवर्ड का दुरूपयोग कर 26 हितग्राहियों के खाते में यह राशि भिजवाई है।
जब इन हितग्राहियों की हिस्ट्री खंगाली तो पता चला कि उक्त हितग्राहियों के खाते में तो पूर्व में ही पीएम आवास की ढाई लाख रुपये की राशि पहुंच चुकी है और पीएम आवास बन कर तैयार हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि जब जांच की गई तो पता चला कि कम्प्यूटर आपरेटर ने अपने परिचित हितग्राहियों के खाते में पैसा ट्रांसफर किया और उन्हें कुछ कमीशन देने के उपरांत सारा पैरा खाते से आहरण करवा कर खुद रख लिया। सीएमओ ने रविवार की देर शाम मामले में एफआईआर के लिए थाने में आवेदन दिया है। कंप्यूटर आपरेटर को नौकरी से हटा दिया गया है।
कब कितनी राशि की की ट्रांसफर 29 अप्रैल 2020 को दो लाख रुपये, 28 मई 2022 को 2 लाख रुपये, 21 जुलाई 2022 हजार रुपये डाले गए। को 3 लाख रुपये, 13 अगस्त 2022 को 2.50 लाख रुपये, 26 अगस्त 2022 को 2 लाख रुपये, 29 अगस्त 2022 को 2.50 लाख रुपये, 3 सितम्बर 2022 को 5 लाख रुपये हितग्राहियों के खाते में स्थानांतरित कर कुल 19 लाख रुपये का गबन किया।
किस हितग्राही के खाते में डाला कितना पैसा: फारुख खान 50 हजार, सायरा बानो 50 हजार रफीक खान 50 हजार, राकेश 1.50 लाख, राशिद खान 1.50 लाख, बबली विश्वकर्मा 50 हजार , लक्ष्मी 1.50 लाख, मुबारिक 50 हजार, फूलवती 50 हजार, रामा चौधरी 1.50 हजार, जुवेदा बानो 50 हजार, मनोज कुमार 50 हजार, शांति 50 हजार, वीरेंद्र कुशवाह 1 लाख, शाहिद खान 50 हजार, कलावती 50 हजार, लालाराम 50 हजार, खेमराज कोली 50 हजार, रज्जाक मोहम्मद 50 हजार, सादाब 1 लाख, भगवान दास 50 हजार, रिपी सेन 50 हजार, मोहम्म युसूफ खान एक लाख, धर्मेन्द्र एक लाख, विनीता 50 हजार, जहीर खान 50
इनका कहना है
कंप्यूटर आपरेटर ने सीएमओ की आईडी पासवर्ड का दुरूपयोग करते हुए 19 लाख रुपये का गबन कर लिया है। मामला संज्ञान में आते ही पूरे मामले की जांच कर आपरेटर को नौकरी से हटा दिया गया है और उसके खिलाफ एफआइआर के लिए शिकायती आवेदन थाने में दे दिया है।
ताराचंद्र दुलिया, सीएमओ करैरा
