लुटेरे विभाग की मनमर्जी: 20 दिन से 100 परिवार अंधेरे में बैठे है, चक्काजाम

शिवपुरी। खबर जिले के करैरा क्षेत्र से आ रही है। जहां एक और सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार गरीबों और पिछडे लोगों के लिए लगातार घोषणाएं कर रहे है। दूसरी और भाजपा सरकार के सामने सबसे बडा दुश्मन लुटेरा विभाग यानी बिजली विभाग बनकर खडा हुआ है। लोगों को मनमाने बिल थमाए जा रहे है। लोगों को बिजली मिल नहीं पा रही है। ऐसा ही मामला वार्ड क्रमांक 6 करैरा से आ रहा है। जहां बीते 20 दिन से अंधेरे में बैठे 100 परिवारों के लोगों की सुनवाई लुटेरे विभाग ने नहीं की तो नाराज लोगों ने सडक पर चक्काजाम कर दिया।
बताया है कि वार्ड 6 के करीब 100 परिवार ऐसे हैं जिनके बिजली के बिल जमा नहीं हुए है इसी के चलते बिजली विभाग ने बिजली के ट्रांसफॉर्मर को खराब होने के बाद नहीं बदला है। वार्ड 6 के रहने वाले महेंद्र बौद्ध ने बताया कि हमारे वार्ड में पिछले 20 दिनों से बिजली की सप्लाई बिजली विभाग के द्वारा बंद कर रखी है। जब इस संदर्भ में बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि क्षेत्र में बिजली के बिल ना भरे जाने के चलते बिजली सप्लाई को बंद किया गया है।
जबकि क्षेत्र में रहने वाले कई परिवार ऐसे हैं जिनके द्वारा नियमित रूप से बिजली के बिलों को भरा गया है लेकिन बिजली विभाग के द्वारा संपूर्ण क्षेत्र की बिजली 20 दिनों से काट कर रखी हुई है। महेंद्र बौद्ध ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर चर्चा की थी उनके द्वारा बकाया बिल का 10% जमा कराए जाने की बात कही गई थी उन्होंने 15 हजार रुपये जमा करने की मांग की थी। आज क्षेत्र के लोगों द्वारा 30 हजार रुपए एकत्रित कर बिजली विभाग को जमा कर दिए गए इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र की बिजली को चालू नहीं किया।
गुस्साए वार्ड वासियों का कहना था कि वार्ड क्रमांक 6 पहाड़ी क्षेत्र में बसा हुआ है बारिश के मौसम में जहरीले कीड़े-मकोड़ों का भी डर बना रहता है इसके अतिरिक्त बिगड़े मौसम के चलते कई घरों में बच्चे बीमार हैं। बिजली बंद होने की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना वार्ड वासियों को करना पड़ रहा है। इसके बाद जो बिजली विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं, और क्षेत्र के कोई भी जिम्मेदार नेता ने शिकायत के बाद भी कोई भी सुनवाई नहीं की है।
इसी के चलते सड़क पर जाम लगा दिया है। जब तक बिजली की सप्लाई बिजली विभाग द्वारा शुरू नहीं की जाती तब तक वह सड़क से नहीं हटेंगे। हालांकि कुछ देर बाद पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद लोग सड़क से हटने को राजी हुए।