रामेश्वर रावत और उसके दोस्त धर्मेन्द्र रावत ने दिया था लूट की बारदात को अंजाम,बाईक के नंबर से पकडे गए

शिवपुरी। खबर जिले के तेदुआ थाना क्षेत्र से आ रही है। जहां बूडी राई के एक युवक के साथ हुई लूट की बारदात का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए दोनों आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त दोनों आरोपी तक पुलिस बाईक के नंबर के जरिए पहुंची थी। जहां दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार 1 सितम्बर को बबलू पुत्र वनबारी आदिवासी उम्र 26 साल निवासी ग्राम बूडीराई ने तेदुआ थाने में शिकायत करते हुए बताया कि रात में वह अपनी ससुराल ग्राम राजगढ से अपने घर ग्राम बूडीराई पैदल पैदल जा रहा था जैसे ही मैं पाली तिराहा फोर लाइन पर पहुँचा तो एक मोटरसाइकिस खरई तरफ से आई जिस पर दो व्यक्ति सवार थे जिन्होनें मेरे बराबर से आकर अपनी मोटरसाईकिल रोक दी और मेरे गले में डली गई साफी पकड कर मुझे खिचते हुए फोरलाईन के नीचे ले गये और मेरी जैब में रखे 4500 रुपये एवं विवो कम्पनी का मोबाईल दोनों लोगो ने जबरदस्ती निकाल लिये। पीडित ने इस दौरान बाईक का नंबर देख लिया था। जो नंबर पीडित ने देखा था वह बाईक क्रमांक एमपी 33 एमके 8263 नंबर की थी।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा जल्द करने का टास्क थाना प्रभारी तेदुआ मनीष जादौन को दिया। पुलिस ने जब इस बाईक की जानकारी जुटाई तो सामने आया कि उक्त बाईक का नंबर किसी रामेश्वर रावत के नाम पर है। जिसपर से पुलिस ने घेरा बंदी कर पहले रामेश्वर को उठाया। उसके बाद पुलिस ने दूसरे आरोपी का नाम आरोपी से पूछा तो दूसरे का नाम धर्मेन्द्र रावत सामने आया।
जिसपर से पुलिस ने आरोपी रामेश्वर रावत पुत्र सिरनाम रावत निवासी खरई और दूसरे आरोपी टिल्लू उर्फ धर्मेन्द्र रावत को गिरफ्तार कर घटना में उपयोग की गई बाईक भी बरामद कर ली।