बेचने के लिए अपने बेटे के साथ मिलकर किया था 45 साल की दयावति ने 7 माह के मासूम को चोरी,जयपुर से गिरफ्तार,चार बहनों का इकलौता भाई है

शिवपुरी। आज पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया की चारों और सराहना की जा रही है। आज पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया की टीम ने महज 72 घंटे के अंदर ही मासूम को खोज निकाला है। उक्त मासूम को पास के ही एक गांव की महिला ने अपने बेटे के साथ चुराया था और मासूम को लेकर बेचने की फिराक में उसे जयपुर ले गई। आज पुलिस ने उक्त मासूम को सुरक्षित दस्तयाब कर रक्षाबंधन पर उसकी बहनों को सुपुर्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार बीते 27 अगस्त की शाम को भौंती थाना क्षेत्र के मनपुरा के हाट बाजार से चार बहनों का इकलौता भाई चोरी हो गया था। आज पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वर्ता करते हुए उक्त मासूम को उसकी मां को सुपुर्द करते बच्चे को माला पहनाकर स्वागत किया। एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने कंट्रोल रूम पर प्रेसवार्ता कर बताया कि 27 अगस्त की शाम में बाद बच्चे की तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई थी। जो लगातार क्षेत्र में बच्चे का सुराग लगाने का प्रयास कर रही थी। ग्रामीण अंचल में सीसीटीवी कैमरे न के बराबर होने के चलते सर्चिंग में परेशानी आ रही थी।
हालांकि कुछ सीसीटीवी में संदिग्ध महिला के फोटो कैद हुए थे। हमारे एक मुखबिर ने धुवाई गांव की रहने बाली दयावती लोधी पत्नी रामेश्वर (45) पर शक जताते हुए बताया था कि दयावती लोधी द्वारा 2016 में बच्चा चोरी करने का प्रयास किया गया था। जिसके चलते उक्त महिला पर संदेह था। हांलाकि यह मामला थाने न पहुंचते हुए गांव में ही निपट गया था। इसके बाद साइबर टीम को लगाया। जिसकी मदद से महिला की लोकेशन पहले ग्वालियर फिर जयपुर में मिली थी।
मंगलवार को एसआई अंशुल गुप्ता के नेतृत्व में उनि प्रियंका पाराशर, सउनि सुखदेव भगत, आरक्षक धर्मवीर, आरक्षक रामप्रसाद की एक टीम जयपुर रवाना किया था। जहां साइबर टीम की मदद से जयपुर के जगतपुरा खाटू श्याम कालौनी नंबर 7 के एक किराए के कमरे से बच्चे को देर रात 2 बजे बरामद कर आरोपी महिला दयावती लोधी गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि बच्चा चोरी करने में आरोपी दयावती लोधी का बेटा छोटू उर्फ सुनील लोधी भी शामिल था। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। इस मामले के खुलासे पर पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था।