थिंक गैस कंपनी की लापरवाही ने ली तीसरी जान,दंपत्ति के बाद घायल इकलौते चिराग उज्जवल भार्गव ने भी तोडा दम

शिवपुरी। आज सुबह सुबह खबर दिल्ली के एम्स हॉस्पीटल से आई है। जहां आज शिवपुरी के थिंक गैस ब्लास्ट मामले में गंभीर रूप से घायल 32 साल के युवक उज्जवल भार्गव आज जिंदगी की जंग हार गए। वह बीते 21 जून से जिंदगी और मौत के बीच झूझ रहे थे।
बताया गया है कि उज्जवल भार्गव महल कालोनी में रहने वाला अपने घर का इकलौता बेटा था। उसके पिता अनिल भार्गव का कुछ साल पहले निधन हो चुका है। उज्जवल की एक बहन है। जिसकी शादी हो चुकी है। उज्जवल अपनी मां शिवा भार्गव के साथ रहता था। उसकी मां स्वास्थ्य डिपार्टमेंट में काम करती है। अज्ञात गैस से होने वाले ब्लास्ट ने घर के इकलौते चिराग को भी बुझा दिया।
यहां बता दे कि फतेहपुर में एक मकान में परिवार के 4 लोग रहते थे। परिवार में राघवेंद्र लोधी, उनकी पत्नी रानी लोधी, बेटी काव्यांजलि लोधी और उज्ज्वल भार्गव था। मकान में ब्लास्ट होने के कारण चारों आग की चपेट में आ गए थे। इनमें से पंचायत सचिव राघवेंद्र लोधी की इलाज के दौरान 27 जून को मौत हो गई थी। वहीं 29 जून को राघवेंद्र लोधी की पत्नी रानी लोधी ने भी दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
शहर में दिल दहला देने वाली घटना 21 जून की शाम को हुई थी। लेकिन आज दिनांक तक यह पता नहीं चल पाया कि घटना किस गैस की वजह से हुई थी। हालांकि 26 जून को GAIL (India) लिमिटेड की एक जांच टीम घटना स्थल पर गई थी। लेकिन उन्होंने हादसे का कोई कारण नहीं बताया। राघवेंद्र लोधी के साले सुदर्शन लोधी ने बताया कि मामले में सिटी कोतवाली थाना की ओर से थिंक गैस के एरिया प्रबंधक पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। इसका चालान अभी तक पेश नहीं किया गया है। साथ ही जो जांच अधिकारी घटना स्थल पर गए थे। उन्होंने अभी तक यह नहीं बताया कि घटना किस गैस के कारण हुई थी।