सुशासन दिवस की एक तस्वीर यह भी: गांव में दबंगो ने बंद कर दिया रास्ता,परेशान युवक ट्रॉली में सामान भरकर कलेक्ट्रेट में डाला डेरा

शिवपुरी। मध्यप्रदेश में एक और सरकार गांव गांव जाकर सुशासन दिवस मना रहीं है। पोहरी विधानसभा में मंत्री सुरेश धाकड़ गांव गांव जाकर सुशासन दिवस मना रहे है। परंतु धरातल पर क्या हालात है यह तो लगातार आ रही शिकायतें बता रही है। यह तस्वीर राठखेड़ा के एक गांव की है जहां लगातार अपनी सुनवाई नहीं होने से परेशान ग्रामीण को अपनी सुनवाई नहीं होने पर कलेक्टर कार्यलय के बाहर डेरा जमाने को मजबूर होना पड़ा है।
शिवपुरी कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार शाम बैराड़ तहसील के ककरई गांव के रहने वाले एक परिवार ने दबंगों से परेशान होकर डेरा डाल लिया है। पीड़ित परिवार ट्रैक्टर-ट्रॉली में अपनी गृहस्थी का सामान भरकर कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचे हैं। परिवार के सदस्यों में महिला बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल है।
ककरई गांव के रहने वाले भरत यादव ने बताया कि गांव में हमारे घर व खेत को जाने के लिए एकमात्र रास्ता है। यह रास्ता 40 वर्ष पुराना है। इस रास्ते पर गांव के रहने वाले सोबरन यादव और उसके तीन लड़कों ने मिलकर मुद्दी गाड़कर तार फेन्सिंग कर दी है। इसके चलते हमारा परिवार घर और खेत के लिए आ-जा नहीं सकता है।
पंचायत चुनाव के बाद शुरू हुआ विवाद
भरत यादव ने बताया कि पंचायत चुनाव में सोभरन पक्ष की ओर से चुनाव लड़ा गया था। सोबरन का आरोप है कि मेरे परिवार ने उन्हें वोट नहीं दिए, जिसकी वजह से उन्हें पंचायत के चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था, तभी से सोबरन यादव का परिवार मेरे परिवार से रंजिश रखने लगा था। इसी रंजिश के चलते सोबरन ने हमारे रास्ते को बंद कर दिया।
परिवार के सदस्य रमेश यादव पिता जय सिंह यादव उम्र 50 साल ने बताया कि, 3 जुलाई को मैंने उस रास्ते से निकलने का प्रयास किया था। इस बात पर सोबरन यादव और उसके तीन बेटे अरविंद यादव, हल्के यादव, रिंकू यादव ने मेरे साथ लाठी डंडों से मारपीट कर दी थी। मुझे बचाने आई कि मेरी भाभी और मेरे नाती के साथ भी मारपीट की थी। इसकी शिकायत बेराड़ थाने में दर्ज कराई गई थी। इसके बावजूद आज दिनांक तक हमारे घर और खेत के लिए जाने वाले रास्ते को नहीं खुलवाया गया है। इसी के चलते आज हमारा पूरा परिवार कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी गृहस्थी के सामान को साथ लेकर पहुंचा है।
पीड़ित परिवार की मांग है कि जब तक उनके घर और खेत पर जाने वाले रास्ते को प्रशासन नहीं खुलवा देता, तब तक वह कलेक्टर परिसर में डेरा डाले रहेंगे परिवार शाम 7 बजे तक कलेक्ट्रेट परिसर में डेरा डाले हुए हैं। परिवार ने यहां खाना बनाना भी शुरू कर दिया है।
बैराड़ थाना प्रभारी नवीन यादव का कहना है कि पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की गई थी। चारों आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। चूंकि यह मामला जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है। इस मामले का निपटारा तहसील स्तर से होगा। अब देखना यह है कि सुशासन दिवस के बीच यह मामला अब केसे निपटाया जायेगा।