कक्षा 4 के छात्र के साथ स्कूल TEACHER ने किया कुकर्त्य,VIDEO बनाकर टीचर ने सुसाइड कर लिया था,स्टूडेंट व उसके पिता सहित स्कूल के प्राचार्य पर FIR

पिछोर। खबर जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के पिछोर कस्बे से आ रही है जहां एक प्राइवेट स्कूल टीचर सुसाइड मामले में वीडियो रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में अहम बात यह है कि इस मामले में 4 वी क्लास के कुकर्त्य पीड़ित छात्र को भी आरोपी बनाया गया है।

विदित को की पिछोर कस्बे में कक्षा 4 के छात्र से कुकर्म के आरोपी 28 साल के शिक्षक सौरभ केवट ने 5 जुलाई की रात फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था।

सुसाइड से पहले शिक्षक ने अपने मोबाइल से एक सुसाइड नोट सहित वीडियो बना कर छोड़ दिया था, जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार एक मासूम बालक सहित उसके पिता और एक स्कूल के संचालक को ठहराया है। पुलिस ने इस मामले में कक्षा 4 के छात्र व उसके पिता व स्कूल के संचालक के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर लिया है।

4 वी क्लास के छात्र के साथ कुकर्त्य का आरोपी था मृतक
यहां हम बता दें, सौरभ केवट, मनीष कुमार लोधी के स्कूल रानी अवंती बाई पब्लिक हाई स्कूल में प्राइवेट शिक्षक के पद पर पदस्थ था। 5 अप्रैल 2023 को सौरभ केवट ने स्कूल के कक्षा चार के पढ़ने वाले एक मासूम बालक को स्कूल के टॉयलेट में ले जाकर उसके साथ गंदी हरकत की थी।

इस मामले में मासूम की शिकायत पर सौरभ केवट के खिलाफ पुलिस ने पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था। उक्त मामला न्यायालय में विचाराधीन था। इस बीच 5 जुलाई को सौरभ केवट ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मरने से पहले सौरभ केवट ने अपना एक वीडियो भी बनाया है। वीडियो में सौरभ ने कहा कि मुझे आत्महत्या के लिए उकसाया जा रहा है मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। इसका जिम्मेदार तीन लोगों को ठहराया था। सुसाइड के मामला दर्ज कर लगातार पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही थी।

वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव बिलगैयां ने बताया दुष्प्रेरण का मामला गैर जमानती अपराध है। इसमें दस साल तक की सजा का प्रावधान है। फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है, अब मामले की जांच की जाएगी जिसमें साक्ष्यों और तथ्यों को देखा जाएगा। अगर साक्ष्य व गवाह सही पाए जाते हैं तो आरोपियों की गिरफ्तारी कर चालान न्यायालय में पेश किया जाएगा।

अगर साक्ष्य सही नहीं पाए जाते हैं तो मामले में फाइनल रिपोर्ट भी लग सकती है। चूंकि प्रकरण में एक बाल अपचारी है, ऐसे में उसका प्रकरण बाल न्यायालय में चलाया जाएगा और उसके प्रकरण को अलग तरह से ट्रीट किया जाएगा।

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