जिला पंचायत की बैठक में हंगामा: वीरेन्द्र रघुवंशी और महेन्द्र यादव के बीच शुरू हुई खुली जंग, गाली गलौच तक हो गई, क्या है लडाई का मुख्य कारण ?

शिवपुरी। जिले की राजनीति का केन्द्र कोलारस विधासनभा रहता आया है। यहां की राजनीति जिले की राजनीति को नया मोड देती आई है। इसी बीच कल जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में हुए विबाद के बाद कोलारस विधानसभा में ही भाजपा दो फाड नजर आ रही है। यहां खुलेआम विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के करीबी और महेन्द्र यादव के दामाद के बीच हुई खुली जंग से एक बार फिर पूर्व विधायक और विधायक आमने सामने आ गए है। इसे लेकर कयास लगाए जा रहे है कि कोलारस की राजनीति में इस चुनाव में बडा हंगामा होना तय है।
बताया जा रहा है कि कल जिला पंचायत शिवपुरी में चल रही साधारण सभा की बैठक में वीडियों बनाने को लेकर हुए विबाद के बाद जिला पंचायत शिवपुरी दंगल में तब्दील हो गया। जहां सभागार से बाहर निकलने के बाद विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के प्रतिनिधि यशपाल रावत रौद्र रूप में दिखाई दे रहे है। इसके साथ ही एक वीडियों सामने आया है जिसमें महेन्द्र यादव के दामाद अमित यादव भी जमकर चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे है।
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मामला कुछ भी हो अब हालात यह है कि कोलारस क्षेत्र में भाजपा के विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी और पूर्व विधायक महेन्द्र यादव के बीच खुली जंग शुरू हो गई है। हांलाकि जब से नेहा यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी संभाली है तब से ही विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी और नेहा यादव के बीच कई बार खुले मंच पर भी गहमा गहमी हो गई है। उसके बाद कयास लगाए जाते रहे है कि शांति के दौरान दोनों नेताओं के बीच संबंधों में कुछ हद तक सबकुछ सही हो गया है। परंतु समय मिलते ही फिर इन दोनों नेताओं के समर्थक आमने सामने आ जाते है।
इस मामले को लेकर कहा तो यह भी जा रहा है कि वीरेन्द्र रघुवंशी इस क्षेत्र में भाजपा के मूल टिकिट पर चुनाव लडकर पूर्व विधायक महेन्द्र यादव को महज कुछ मतों के अंतर से पराजित किया था। जिसमें महेन्द्र यादव पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की पूरी कृपा रही है। जिसके चलते यह विधायक बने थे। अब महेन्द्र यादव के समर्थकों का दाबा है कि इस क्षेत्र मेेंं कम अंतर से चुनाव जीतने के चलते इस बार विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी का टिकिट कटकर फिर से महेन्द्र यादव को टिकिट मिलेगा। दूसरी और विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के टिकिट को काटने से पहले भाजपा को कई बार सोचना पडेगा कि अगर इनका टिकिट काट दिया और यह भाजपा छोड कांग्रेस में शामिल हो गए तो भाजपा को इसका बडा खामियाजा भुगतना पडेगा। जिसके चलते इस क्षेत्र में लोगों के बीच कई तरह के आंकडे दिन रात चल रहे है।
गोटू का स्टेप तय करेगा कोलारस की अगली राजनीति का रूख
इन दिनों भाजपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे जीतेन्द्र जैन गोटू भी कोलारस विधानसभा में अपनी सक्रियता बनाए हुए है। गोटू अपने विधानसभा क्षेत्र में 10 जगह बडे स्तर पर भंडारे कर लोगों के बीच उनकी सक्रियता को फिर से जाग्रत करना चाहते है। वह अपने भंडारों में न भाजपा और न कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ गोटू जैन के नाम के साथ काम कर रहे है। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस पार्टी में जाने से पहले टिकिट के लिए पूर्णत: आश्वस्त होने के बाद ही कांग्रेस का दामन थामने को लेकर असमंजस में है। अब अगर कांग्रेस से उन्हें टिकिट के लिए आश्वास्थ किया गया और अगर उन्हें टिकिट दे दिया तो फिर भाजपा को किसी यादव समाज के चहरे को टिकिट देने पर विचार करना होगा और इस बीच महेन्द्र यादव ही भाजपा के पास चेहरा है जो एक अच्छे राजनीतिकार के साथ साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया के खास माने जाते है।
