चीतों पर ग्रहण: अभी PUBLIC नहीं कर सकेगी चीतों के दीदार, खुले से फिर बाडे में वापस शिफ्ट किया,6 चीतों के कॉलर ID हटाए,राजस्थान चीतों को लेने तैयार नहीं

शिवपुरी। जिले की सीमा से सटे कूनो नेशलन पार्क में पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर छोडे गए चीतों की लगातार मौत के बीच अब पीएमओं भी चिंतित मुद्रा में दिखाई दे रहे है। उन्होने वन कूनो के सीसीएफ को भी हटा दिया है। इसके साथ ही वन मंत्री को स्पेशल इस चीता प्रोजेक्ट की सघन निगरानी के निर्देश दिए है। इसे लेकर अब बडा फैसला सामने आया है। अभी अनुमान लगाया जा रहा था कि कुछ ही दिनों में चीतों का दीदार आम पब्लिक कर पाएगी। परंतु लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद अब यह निर्णय बदलना पडा है।
सुरक्षा के मध्यनजर अब कूनों के खुले जंगल में घूम रहे सभी चीतों को ट्रेंकुलाइज कर एक के बाद एक बडे बाडे में शिफ्ट किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अभी तक टीम 11 चीतों को बाडे में ला चुकी है। इसके साथ ही टीम ने सभी चीतों का मेडीकल चेकअप किया और सभी चीते अब स्वस्थ बताए जा रहे है। बताया जा रहा है कि जिन 6 चीतों की रेडियों कॉलर आईडी को भी अब हटा दिया गया है। जिससे संक्रमण का खतरा कम हो सके।
बताया जा रहा है कि बीते रोज पावक नाम के चीते को भी बडे बाडे में लाकर उसका चेकअप किया तो वह भी पूरी तरह से स्वस्थ है अब उसे भी बडे बाडे में रखा जा रहा है। इसके साथ ही डीएफओ कूनो प्रकाश वर्मा ने बताया है कि कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में 6 नर और 5 मादा सहित कुल 11 चीते हैं। बाकी 4 चीते खुले जंगल में हैं। एक शावक को अलग रखा गया है। इनका भी एक-एक कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
राजस्थान ने चीते लेने से किया इंकार
बताया जा रहा है कि कूनो नेशलन पार्क में जिन तीन चीतों की गर्दन में घाव और इन्फेक्शन हो गया था। कूनो प्रबंधन ने आशंका जताई थी कि इस इन्फेक्शन की वजह रेडियो कॉलर आईडी हो सकती है। इसी के चलते अब 6 चीतों की कॉलर आईडी को निकाल दिया गया है। बचे हुए चीतों की भी कॉलर आईडी निकालने पर विचार किया जा रहा है। डीएफओ प्रकाश वर्मा ने बताया कि फिलहाल कूनो नेशनल पार्क से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट किए जाने की कोई प्लानिंग नहीं है। इस बारे में वरिष्ठ अधिकारी ही कुछ बता पाएंगे। बताया जा रहा है कि राजस्थान सरकार से मध्यप्रदेश सरकार ने कूनों लेने की बात कही थी। परंतु राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के चलते उन्होंने इन चीतों को लेने से इकार कर दिया है।
माननीय सुप्रीम कोर्ट ने दिया था चीतों को शिफ्ट करने का फैसला
यहां हम बता दे कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट कूनो में चीतों की मौत पर चिंता जता चुका है। कोर्ट ने गुरुवार (20 जुलाई) को केंद्र सरकार से कहा था राजनीति से ऊपर उठकर कूनो से कुछ चीतों को राजस्थान शिफ्ट करने पर विचार करना चाहिए। क्यों नहीं आप राजस्थान में कोई अच्छी जगह ढूंढते? सिर्फ इसलिए कि राजस्थान में विपक्षी दल (कांग्रेस) की सरकार है, इसका मतलब यह नहीं कि आप इस प्रस्ताव पर विचार न करें।
इसके साथ ही माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अफ्रीका-नामीबिया से जितने चीते लाए गए थे, उनमें से 40 फीसदी की मौत हो चुकी है। इन्हें भारत लाए हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ। मौतों का यह आंकड़ा अच्छी बात नहीं है।’ केंद्र की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) ऐश्वर्या भाटी कोर्ट में पेश हुए थे।
अभी पब्लिक नही कर पाएगी चीतों का दीदार
अभी कुछ दिनों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अब सबकुछ सही रहा तो कूनो नेशनल पार्क में लोग चीतों के खुलेआम दीदार कर पाएगे। परंतु लगातार हो रही चीतों की मौत के बीच अब प्रबंधक ने फैसला लिया है कि अब इस चीतों को बापस से बाडे में बुलाया जा रहा है। उसके बाद इनका पूर्णत: स्वास्थ्य परीक्षण होगा और उसके बाद ही आगे कोई फैसला लिया जाएगा।