मैरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी नहीं दी अथिति शिक्षक की नियुक्ति, शिकायत के बाद नियुक्त किया, 1 साल से धमकी दे रहे थे, अब बिना सूचना के हटा दिया, कलेक्टर से शिकायत

शिवपुरी। खबर जिला कलेक्ट्रेट से आ रही है जहां एक महिला अपनी फरियाद लेकर कलेक्टर के पास पहुुंची है। नरवर निवासी महिला ने अकारण उसे अथिति शिक्षिक के पद से हटा देने की शिेकायत की है। महिला ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि मुझे अकारण अथिति शिक्षक के पद से हटाए जाने की जांच कराकर पुन: नियुक्ति दी जाए।
जानकारी के अनुसार रागनी जैन पत्नि दिनेश कुमार जैन निवासी नरवर ने आज मंगलवार को जनसुनवाई में दिए आवेदन में बताया कि 5 जुलाई 2023 के आदेश के अनुसार विगत वर्षो से जो अतिथि शिखक पद पर कार्यरत हैं उन्ही को रखा जाये जबकि मुझे आज दिनांक तक नियुक्ति नही दी गयी है। विगत वर्ष 2022-23 का हिन्दी विषय का परीक्षा परिणाम कक्षा 10 का 70 प्रतिशत और कक्षा 9 का 75 प्रतिशत है।
महिला ने बताया कि विगत एक वर्ष से मुझे हटाने की धमकी दी जा रही थी। अब मुझे बिना सूचना के हटा दिया गया है। प्राचार्य द्वारा प्रजेन्ट को भी एपसेन्ट दर्शाया जाता था। अन्य शिक्षको के 2 बजे तक हस्ताक्षर करा लिये जाते थे और जब मैने इसकी शिकायत बीईओ से की तो इन्होने बीईओ के आदेश की अव्हेलना कर दी थी और कहा था कि वो कौन होते है वही आकर स्कूल चला दे। जबकि संकुल प्राचार्य एव बीइओ का कहना है कि हमारा इस बात से कोई लेना देना नही है जो जगदीश प्रजापति कहेगे वही हम करेंगे।
महिला ने बताया कि वर्ष 2019-20 मे एसएमडीसी द्वारा मेरा मैरिट नाम आने पर भी नियुक्ति नही दी गयी थी। उनका कहना था कि वह उनके आदमी धर्मेन्द्र रावत को ही रखेगे। जिसके बाद मैने 181 पर शिकायत दर्ज करायी तब मनोज भार्गव व संकुल प्राचार्य द्वारा मेरी नियुक्ति की गयी थी।
बताया कि प्रचार्य जगदीश प्रजापति नरौआ के ही निवासी है धर्मेन्द्र रावत भी नरौआ का निवासी है इसलिये वह मेरे स्थान पर धर्मेन्द्र रावत की नियुक्ति कराना चाहते है। इसी कारण पिछले एक वर्ष से मुझे जगदीश प्रजापति द्वारा अत्यधिक परेशान किया जा रहा है जिससे परेशान होकर महिला ने इसकी शिकायत अब कलेक्टर से की है और मांग की
है कि मामले की जांच कराकर अथिति शिक्षक के पद पर दोबार नियुक्त किया जाए।