जूना अखाडा के महंत भरत गिरी हमेशा फलहार करते थे, शिवपुरी से गुजरते समय आया हार्ड अटैक,मौत

शिवपुरी। खबर जिले के कोलारस थाना क्षेत्र के पडौरा से आ रही है। जहां जूना अखाडा उज्जैन के महंत की शिवपुरी के पडौरा पर रास्ते में हार्ड अटैक आ जाने से मौत हो गई। बताया गया है कि संत अपनी कार से काशी से उज्जैन बापस जा रहे थे। तभी अचानक उन्हें हार्ड अटैक आया और उसकी मौत हो गई। उसने संतो ने उसका पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और उनके पार्थिव शरीर को उज्जैन लेकर रवाना हो गए।

जानकारी के अनुसारर जूना अखाड़ा से जुड़े बड़गारा आश्रम जिला उज्जैन के महंत भरत गिरी उम्र 40 साल अपने शिष्यों के साथ काशी से वापस लौट रहे थे इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। शिष्य बुधवार की रात संत को लेकर कोलारस अस्पताल पहुंचे थे जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। संत के शिष्यों ने पोस्टमार्टम नहीं कराते हुए संत के पार्थिव शरीर को उज्जैन स्थित आश्रम ले गए। बताया गया है कि संत भरत गिरी नेपाल काल से ही वैराग्य धारण कर लिया था। जिन्होंने आज दिनांक तक फलों के अलावा अन्य किसी भोजन सामग्री का खाने में इस्तेमाल नहीं किया है।

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