अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए नर्सिग ऑफिसर ,स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई

शिवपुरी। आज पूरे मध्यप्रदेश में अपनी मांगों को लेकर नर्सिंग ऑफिसर अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गए है। इसके चलते आज शिवपुरी में भी जिला अस्पताल परिसर में नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले हड़ताल पर बैठे सदस्यों ने धरना-प्रदर्शन किया। इधर नर्सिंग ऑफिसर के हड़ताल पर चले जाने से जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सी गईं हैं।
हड़ताल पर बैठे नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह राजपूत ने बताया कि देश के अन्य राज्यों में नर्सिंग ऑफिसर को द्वितीय श्रेणी में रखा गया है। मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां नर्सिंग ऑफिसर को तृतीय श्रेणी में रखा गया है। हमारी प्रमुख मांग है कि देश के अन्य राज्यों की तरह हमें में द्वितीय श्रेणी में रखा जाए और उसके फायदे दिए जाएं। इसी के विरोध में आज से प्रदेश के अन्य जिलों के साथ साथ शिवपुरी जिले के लगभग 500 नर्सिंग ऑफिसर ने अनिश्चतकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।
नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल में मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है। खोआ गांव के रहने बाले मनोज ने बतया कि गांव में हुए झगडे ने वह बीते रोज घायल हुए थे उन्हें गंभीर चोटें आई थी दर्द बढ़ता ही जा रहा है लेकिन आज उन्हें कोई उपचार नहीं मिला। गुगरीपूरा की रहने वाली बुजुर्ग बसंती ने बताया उसके पति के फेफड़ों ने इंफेक्शन है उन्हें बहुत परेशानी हो रही है इसके बावजूद उन्हें दोपहर तक कोई भी उपचार नहीं मिला। कन्हैया लाल जाटव ने बताया कि उसकी पत्नी बाइक से घिरकर घायल हुई थी इसके चेहरे पर जलन हो रही है लेकिन कोई भी सुनने वाला अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ आज ढूंढे नहीं मिल रहा कुल मिलाकर नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल के चलते अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है।
हड़ताल से मरीजों को रही परेशानी के बारे में जिला अस्पताल के प्रभारी सीएस योगेंद्र रघुवंशी का कहना है कि नर्सिंग स्टाफ के हड़ताल पर चले जाने के बाद जिला अस्पताल में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों से व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है हालांकि संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या कम होने के चलते थोड़ी बहुत परेशानी आ रही है लेकिन गंभीर केस और इमजेंसी सेवाओं के लिए स्टाफ को तैनात करके रखा हुआ है।