RTE को ठेंगा दिखा स्कूल संचालक छात्र छात्राओं से बसूली कर रहा है, शिवराज सिंह चौहान के बैनर पर काली पट्टी बांध 40 किमी दूर से पैदल शिकायत करने पहुंचे नन्हे मुन्ने बच्चे

शिवपुरी। आज शिवपुरी कलेक्टर कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर पहुंचे ग्राम सिरसौद के छात्रों ने वहां स्थिति प्रायवेट स्कूल रेनवो पब्लिक स्कूल सिरसौद के संचालक पर आरटीई के नियमों की अवेहलना करने का आरोप लगाया है। जिसके चलते छात्र स्कूल की यूनीफॉर्म में तैयार होकर कलेक्टर के पास सिरसौद थाना अमोला गांव से पैदल पैदल अपने परिजनों के साथ आए। इस दौरान मासूम अपने हाथ में बैनर लिए हुए दिखाई दिए। इन बैनरों में छात्रों ने शिवराज सिंह चौहान की आखों पर काली पट्टी बांध दी थी।
मासूमों के परिजनों ने बताया है कि वह इस स्कूल की मनमर्जी की शिकायत एसडीएम से लेेकर 181 पर दर्ज करा चुके है। परंतु उसके बाद भी स्कूल में आरटीई के तहत एडमीशन तो हो गया परंतु अब स्कूल संचालक उनसे पैसे की मांग कर रहे है। इस दौरान नन्हे मुन्ने छात्र छात्राएं अपे हाथों में मोदी और शिवराज का बैनर भी साथ लेकर आए है।
मीडिया से बातचीत करने हुए बच्चों के परिजन बृजेश लोधी ने बताया है कि उसके बेटे ऋतुराज लोधी और बेटी कृतिका लोधी का सिरसौद गांव के रेनबो पब्लिक स्क्ूल में आरटीई के तहत प्रवेश हो गया था। लेकिन स्कूल के संचालक श्याम सिंह सोलंकी अब उनसे 10 हजार रूपए की मांग कर रहे है। जब उन्होने स्कूल संचालक से कहा कि आरटीई में बच्चें की तो फीस ही नहीं लगती तो स्कूल संचालक ने उन्हें भगा दिया।
जिसके चलते पीडित परिजनों ने इस मामले की शिकायत तहसीलदार से लेकर सीएम हेल्पलाईन पर की। परंतु उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने गांव से पैदल पैदल कलेक्टर के पास पहुंचने की शिकायत दर्ज कराई। पैदल यात्रा पर निकले दिनेश लोधी ने बताया कि उसकी बेटी का दाखिला आरटीई के तहत रेनबो पब्लिक स्कूल में हुआ था। इसके बावजूद रेनबो पब्लिक स्कूल के संचालक के द्वारा हर वर्ष फीस बढ़ाकर ली जा रही है।
इसके साथ ही अभिभाषक जानकीलाल ने बताया कि उनके बच्चों का भी दाखिला आरटीई के तहत रेनबो पब्लिक स्कूल में हुआ था लेकिन स्कूल के संचालक ने उनके बच्चों को पढ़ाने से मना कर दिया। सिरसोद गांव की रहने वाली ममता का भी यही कहना है कि उसका एक बच्चा सातवीं कक्षा से पास होकर आठवीं कक्षा में पहुंचा है वह आरटीई के तहत रेनबो पब्लिक स्कूल में पढ़ता है। लेकिन इस बार मेरे बच्चे से स्कूल के संचालक श्याम सिंह सोलंकी के द्वारा फीस मांगी जा रही है फीस न जमा करने पर उसे स्कूल से भगा दिया गया है।
सीएम की आखों पर बांधी काली पट्टी
सिरसौद से जिला मुख्यालय की ओर 42 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकले बच्चों ने हाथ में पकड़े हुए बैनर पर लगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फ़ोटो पर उनकी आंखों पर आंशिक रूप से कलर कर पट्टी बांधी हुई है। जब इसके वारे में पूछा तो अभिभावकों का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगातार भ्रष्टाचारी पनप रहे हैं शिकायत के बावजूद भी उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आंखों पर काली पट्टी बांधी गई है। जब अभिभावकों से पूछा गया कि अगर 42 किलोमीटर की पैदल यात्रा के दौरान किसी बच्चे को कुछ नुकसान हुआ तो क्या होगाघ् अभिभावकों ने बताया कि पैदल यात्रा के दौरान अगर बच्चों को कोई नुकसान होता है इसकी जिम्मेदारी केंद्र और राज्य सरकार की होगी। आज हमारे बच्चे पैदल यात्रा कर सोई हुई सरकार को जगाने का कार्य कर रहे हैं।