अपने पति को खटिया पर लेकर SP के पास पहुंची पत्नि, बोली एक्सीडेट में घायल पति को पहले इलाज का आश्वासन दिया अब इलाज नहीं करा रहे

शिवपुरी। आज मंगलवार को पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया के पास अपने गंभीर रूप से घायल पति को लेकर पहुंची एक महिला ने रोते हुए पुलिस अधीक्षक से अपने पति का उपचार कराने की गुहार लगाई है। महिला ने बताया है कि उसके पति एक एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिस पर से ट्रैक्टर के मालिक ने उन्हें उपचार कराने का आश्वासन दिया था। परंतु अब वह मुकर गया है। जिसके चलते अब वह अत्यंत गरीब होने की हालात में अपने पति का इलाज नहीं करा पा रहे है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने भी महिला की फरियाद को महज यह कहकर टाल दिया कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते वह कलेक्टर से इस मामले की शिकायत दर्ज कराए।

मीडिया से बातचीत करते हुए अनीता राठौर निवासी सजाई थाना रन्नौद ने बताया है कि बीते 5 अपै्रल को शाम को उसके पति नरेश राठौर घर पर थे। तभी गांव का रहने वाला जसमन केवट आया और मेरे पति को ट्रैक्टर.ट्रॉली में भरे भूसे को खाली करवाने की कहकर ले गया। जसवंत केवट ट्रैक्टर चला रहा था। मेरा पति ट्रैक्टर के मडगार्ड पर बैठा हुआ था, इसी दौरान पचावला बस स्टैंड के पास जसमन केवट ने ट्रैक्टर को लापरवाही से चलाते हुए पलट दिया। जिससे ट्रैक्टर के नीचे मेरा पति नरेश दब गयाए और गंभीर रूप से घायल हो गया।

घायल पति को पहले शिवपुरी के अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद मेरे पति का उपचार ग्वालियर के जेएच हॉस्पिटल में करीब 15 दिनों तक चला। इस बीच ट्रैक्टर मालिक जसमन केवट ने मेरे पति का उपचार कराने की बात कही थी। इसके चलते मैंने रन्नौद थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। लेकिन अब जसमन केवट मेरे पति के उपचार में खर्च होने वाले पैसे को देने से मुकर गया है और अब तक मेरे पति चारपाई से भी नहीं उठ सके हैं। इसकी शिकायत इस माह की 15 जून को मैंने रन्नौद थाने में दर्ज कराई थी लेकिन रन्नौद थाना पुलिस ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है। इसी के चलते वह आरोपी ट्रैक्टर मालिक पर कार्यवाही चाहती है।

इस मामले में रन्नौद थाना प्रभारी अमित चतुर्वेदी का कहना है कि घटना 5 अप्रैल को घटित हुई थी, लेकिन परिजनों ने थाने में शिकायत नहीं दर्ज कराई थी। 15 जून को परिजन शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक पर मामला पंजीबद्ध कर लिया है। उक्त युवक ने अपनी अपने ट्रैक्टर की जमानत करा ली है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

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