SHIVPURI में सकल जैन समाज ने जिंदा पशु निर्यात करने के फैसले का किया विरोध, शहर में बाइक रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन

शिवपुरीे। आज शहर में जैन समाज महापंचायत ने सरकार द्धारा जिंदा पशु निर्यात कराने के निर्णय के बिरोध में रैली निकालकर संयुक्त सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मांग की है कि सरकार इस फैंसले को वापस ले और यदि यह निर्णय वापस नहीें लिया गया तो बह देशभर में विशाील आंदोलन करेंगे।
बताया कि 7 जून को भारत से जिंदा पशु निर्यात करने के संबंध में निर्णय लिया गया है। अभी तक भारत से सिर्फ मांस का निर्यात किया जाता था, लेकिन पिछले 10 सालों में मांस के निर्यात की मात्रा में जिस हद तक बढ़ोतरी हुई है उससे पशुओं को मारे जाने का आकलन स्वयं ही लगाया जा सकता है। इसके अलावा जिंदा वस्तु, वस्तु नहीं है जिसका निर्यात किया जाए। जिंदा पशु में भी जान होती है। ऐसे में हमें इसका सम्मान करना चाहिए। समाज के लोगों के अनुसार सरकार ने जो निर्णय लिया है उस पर एक बार फिर से विचार किया जाना चाहिए। और इस निर्णय को वापस लिया जाना चाहिए।
ज्ञापन सौंपने वालों के अनुसार सरकार ने कुछ साल पहले आंगनवाड़ियों में अंडा परोसने का निर्णय लिया था, जिसका भी बड़े स्तर पर विरोध किया गया था। समाज के लोगों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि अगर जिंदा पशुओं का निर्यात किया जाएगा तो भारत की जमीन पशु विहीन हो जाएगी, जिसके चलते गोबर की कमी होने से जमीन बंजर होती चली जाएगी।