सहकारी बैंक से अब अपनी पूरी राशि निकाल सकेंगे किसान: सुरेन्द्र शर्मा

शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि, शिवपुरी के किसानों की सहकारी बैंक से अपनी राशि निकालने में आने वाली समस्या अब खत्म हो गई है, अब सहकारी बैंक से अब पूरी राशि निकाली जा सकेगी सहकारी बैंकों को इसके लिये सरकार मदद करेगी।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि उन्होंने शिवपुरी के किसानों की समस्या से सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को अवगत कराया था एवं निराकरण का आग्रह किया था। सहकारिता मंत्री को लिखे पत्र में सुरेंद्र शर्मा ने लिखा था कि, शिवपुरी जिले के जिला सहकारी बैंक की कोलारस एवं अन्य स्थानों पर हुए घोटालों के कारण बैंक में जमा किसानों एवं नागरिकों की राशि फंस गई है। यद्पी सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए इन घोटालेबाजों को गिरफ्तार किया है सरकार की यह कार्यवाही अभिनंदनीय है। परंतु इस कार्यवाही के बावजूद भी बैंक से निकाली गई राशि बैंक को वापस नहीं मिली है जिससे बैंक की आर्थिक स्थिती खराब हो गई है। जिला सहकारी बैंक की आर्थिक स्थिति ऐसी नही है कि नागरिकों की राशि वापस कर सकें।
सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर जिला सहकारी बैंक को आर्थिक सहायता भी दी गई परंतु वह इतनी पर्याप्त नहीं है कि नागरिकों की सम्पूर्ण राशि वापस कर सकें। हालात यह है कि खाताधारकों के लाखों रूपए बैंक में जमा है परंतु जब इलाज, विवाह या अन्य किसी आवश्यक काम आने पर खाताधारक बैंक जाता हैं तो उसे बैंक से केवल 2000, 3000 या 5000 की राशि निकालने दी जाती है।
सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को लिखे पत्र में सुरेन्द्र शर्मा ने आग्रह किया था कि शिवपुरी जिले के सहकारी बैंक की सभी शाखाओं में जिन नागरिकों की राशि जमा है और वह उसे वापस निकालना चाहते हैं तो उसकी शाखा अनुसार सूची बनाकर एवं उनसे अन्य बैंक का खाता नंबर लेकर उसमें भोपाल से ही सीधे राशि जमा करवा दी जाये ताकि नागरिकों को उसकी राशि वापस मिल सकें। सुरेन्द्र शर्मा ने यह भी आग्रह किया था कि जिला सहकारी बैंक के संचालन हेतु सरकार जो उचित समझे वह व्यवस्था बनाकर एक बड़ी राशि अनुदान के रूप में दी जाये ताकि बैंक का संचालन भी निरंतरता से हो सकें।
भाजपा नेता सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि, कल राजगढ़ के मोहनपुरा में उनकी सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से मुलाकात हुई है इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह के भीतर सहकारी बैंकों को शासन की तरफ से वित्तीय मदद उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके बाद किसानों के आहरण पर किसी भी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। वह अपने खाते से जितना चाहे उतनी रकम निकाल सकते है।
शिवपुरी। जिला सहकारी बैंक की कोलारस एवं अन्य स्थानों पर हुए घोटालों के कारण बैंक में जमा किसानों एवं नागरिकों की राशि फंस गई थी। इसके बाद सहकारी बैंक की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। राशि न होने के चलते बैंक के द्वारा खाता धारकों को उन्हीं के खाते में जमा पैसे नहीं दिए जा रहे थे। लेकिन अब लम्बे समय के बाद सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया द्वारा एक सप्ताह के भीतर इस समस्या को खत्म करने की बात कही गई है।
इस संबंध में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवपुरी के किसानों की सहकारी बैंक से अपनी राशि निकालने में आने वाली समस्या अब खत्म हो गई है। अब सहकारी बैंक से अब पूरी राशि निकाली जा सकेगी। सहकारी बैंकों को इसके लिए सरकार मदद करेगी।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि उन्होंने शिवपुरी के किसानों की समस्या से सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को अवगत करवाकर निराकरण के लिए आग्रह किया था। सहकारिता मंत्री को लिखे पत्र में सुरेंद्र शर्मा ने लिखा था कि शिवपुरी जिले के जिला सहकारी बैंक की कोलारस एवं अन्य स्थानों पर हुए घोटालों के कारण बैंक में जमा किसानों एवं नागरिकों की राशि फंस गई है। लेकिन इस कार्रवाई के बावजूद भी बैंक से निकाली गई राशि बैंक को वापस नहीं मिली। जिससे बैंक की आर्थिक स्थिति खराब हो गई। जिला सहकारी बैंक की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि नागरिकों की राशि वापस कर सकें।
सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर जिला सहकारी बैंक को आर्थिक सहायता भी दी गई परंतु वह इतनी पर्याप्त नहीं है कि नागरिकों की सम्पूर्ण राशि वापस कर सकें। हालात यह है कि खाताधारकों के लाखों रूपए बैंक में जमा है परंतु जब इलाज, विवाह या अन्य किसी आवश्यक काम आने पर खाता धारक बैंक जाता हैं तो उसे बैंक से केवल दो हजार, तीन हजार या पांच हजार रुपए की राशि निकालने दी जाती है।
सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया को लिखे पत्र में सुरेन्द्र शर्मा ने आग्रह किया था कि शिवपुरी जिले के सहकारी बैंक की सभी शाखाओं में जिन नागरिकों की राशि जमा है और वह उसे वापस निकालना चाहते हैं। तो उसकी शाखा अनुसार सूची बनाकर एवं उनसे अन्य बैंक का खाता नंबर लेकर उसमें भोपाल से ही सीधे राशि जमा करवा दी जाए ताकि नागरिकों को उसकी राशि वापस मिल सकें। सुरेन्द्र शर्मा ने यह भी आग्रह किया था कि जिला सहकारी बैंक के संचालन के लिए सरकार जो उचित समझे वह व्यवस्था बनाकर एक बड़ी राशि अनुदान के रूप में दी जाए ताकि बैंक का संचालन भी निरंतरता से हो सकें।
भाजपा नेता सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि,सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह के भीतर सहकारी बैंकों को शासन की तरफ से वित्तीय मदद उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके बाद किसानों के आहरण पर किसी भी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। वह अपने खाते से जितना चाहे उतनी रकम निकाल सकते हैं।