मंत्री विश्वास सारंग ने शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण: गंदे मिले बाथरुम, नहीं समझ आया दवा खाने का सिस्टम

शिवपुरी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग आज शुक्रवार को शिवपुरी भ्रमण पर आए और स्थानीय कार्यक्रम में भाग लिया। साथ ही उन्होने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर के बी वर्मा को निर्देश दिए और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था के संबंध में चर्चा की।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में वृक्षारोपण कराएं जिससे यह और भी सुंदर बनेगा। इसके लिए 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर विशेष अभियान चलाया जा सकता है और इस वृक्षारोपण अभियान से आमजन को भी जोड़ा जाये। इसके अलावा बच्चों के मनोरंजन के लिए एक ऐसा एरिया तैयार करें जिसमें बच्चों को अनुकूल माहौल हो और स्कूल की खेल की गतिविधियां रखी जाए।
उन्होंने कहा कि किसी गंभीर मरीज को सीपीआर सेवा दी जाती है। इसमें दिल से करें दिल की देखभाल का कांसेप्ट होना चाहिए। उसके बारे में पब्लिक को भी जानकारी रहे। उन्होंने अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में भी चर्चा की। पूरे कैंपस में अलग-अलग विभागों में भ्रमण किया। सभी कक्षों में साईनेज लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने ब्लड बैंक की व्यवस्था देखीं। मेडिकल कॉलेज में कार्यरत स्टाफ से परिचय प्राप्त किया। अलग-अलग विभाग के प्रमुख से समस्याओं के बारे में पूछा और मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट से भी बात की।
गंदे मिले मेडिकल कॉलेज के टॉयलेट
मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मेडिकल कॉलेज के बाथरुम तक पहुंच गए। इस दौरान बाथरुम में उन्हे काफी गंदगी मिली। इस पर मंत्री सारंग ने नाराजगी जाहिर की। मंत्री विश्वास सारंग का कहना था कि इस बाथरुम को लोग कैसे उपयोग में लेते होंगे। मंत्री ने मेडिकल कालेज के अधिकारियों को सफाई ठेकेदार का भुगतान रोकने के निर्देश दिए।
लाइन में लगकर मंत्री ने समझा दवा खाने का सिस्टम
निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज में मंत्री मरीजों की लाइन में लग गए जहां से वह दवा की खिड़की तक पहुंचे जहां उन्होंने फार्मासिस्ट से दवा खाने के सिस्टम को समझा। जब फार्मासिस्ट ने उन्हें दवा खाने का सिस्टम समझाया तो संतुष्ट नजर नहीं आए। जिसके बाद मंत्री अंदर गए और निर्देश दिए कि किसी भी मरीज की छुट्टी की जाए तो मरीज को दवा के बारे में अच्छे से समझा दिया जाए कि उसे कौंन सी दवा कब और कैसे खानी है उसे यह डिस्चार्ज कार्ड में लिखित भी दिया जाए।