जांच में सिद्ध की रक्षक ही बने है भक्षक,एक माह बाद भी कार्यवाही नहीं कर सके जिम्मेदार

शिवपुरी। खबर जिले के करैरा वन परिक्षेत्र की है। जहां बीते एक माह पहले रक्षक बने भक्षक फोरेस्टकर्मीयां ने ही हरे भरे पेड कटवा दिए थे। इस मामले की शिकायत रेंजर ने कराई तो सामने आया कि यह पेड फोरेस्ट के कर्मचारीयों की मिलीभगत से काटे गए है। इसे लेकर रेंजर ने फोरेस्ट के जिम्मेदारों पर कार्यवाही प्रस्तावित कर वरिष्ट अधिकारीयों के पास तो भेज दी। परंतु एक माह बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक इन पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।
जानकारी के अनुसाल करैरा वन रेंज के सब रेंज खोड़ की चंदावनी बीट में फोरेस्टकर्मीयों ने माफियाओं से मिलकर हरे भरे पेडों को जमींदोज कर दिया था। इस मामले की शिकायत ग्रामीणों ने रेंजर अनुराग तिवारी से की तो उन्होंने इस मामले की जांच कराई। जांच में सामने आया कि लगभग 50 पेडों को काटा गया है। इस मामले में डिप्टी रेंजर बृजेन्द्र श्रीवास्तव और वन रक्षक अरूणेश् सिंह राठौर को दोषी पाया गया। इसे लेकर रेंजर अनुराग तिवारी ने दोनो के खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित कर अपने अधिकारीयों को भेज दी। परंतु आज एक माह बीत जाने के बाद भी इन पर कार्यवाही नहीं हो सकी है।
इस मामले में रेंजर अनुराग तिवारी ने बताया है कि उनकी जांच में चंदावनी बीट में पेड़ कटना पाए गए थे। 40 से 50 पेड़ कटे थे, शेष पुराने हैं जिनका पहले से पीआर कटा है। इस लापरवाही के लिए डिप्टी रेंजर और वन रक्षक के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी है, अब इस मामले में कार्यवाही में समय तो लगता है जल्द ही कार्रवाई होने की संभावना है।