नहीं तप पाया नौतपा:आंधी तूफान से मकान की दीवार ढह गई ,सीेमेंट की छत उड गई,12 बकरियां दब गई

शिवपुरी। जिले में बीते दो दिन से आंधी तूफान का कहर देखने को मिल रहा है। इस आंधी तूफान के बीच हल्की बारिश से भले ही मौसम खुशनुमा हो गया है। परंतु इस आंधी तूफान से हडकंप मचा हुआ है। इसी बीच धूल भरी आंधी के साथ बारिश हो गई। बैराड़ तहसील के भौराना में निर्माणाधीन मकान की दीवार ढह गई तो शिवपुरी के मानक बसई गांव में किसान की सीमेंट शेड छत उड़ गई है। इसी तरह कोलारस के कोटानाका में कच्चे मकान की छत ढह गई है, जिसमें किसान की दो बकरियां मर गईं और 12 घायल हो गईं।
इसी बीच नौतपा के दूसरे दिन अधिकतम पारा 36.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 18.9 डिग्री सेल्सियश चला गया है। नौतपे के पहले ही दिन अधिकतम पारा 37.3 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। इस तरह नौतपा दो दिन बिल्कुल नहीं तप सका। चार दिन पहले अधिकतम पारा 44.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 29.5 डिग्री सेल्सियस था। यानी चार दिन में अधिकतम पारा 8.2 डिग्री और न्यूनतम 10.6 डिग्री नीचे चला गया है।
इसके साथ ही गोरा टीला गांव में किसान विक्रम केवट अपने टपरे में सो रहा था। समीप ही कच्चे मकान में 40 बकरियां थीं। रात 3 बजे तेज आंधी चली और बारिश होने लगी। कच्चे मकान की छतर भरभराकर गिर गई। मलवे में बकरियां दबकर घायल हो गईं हैं। ग्रामीणों की मदद से मलवा हटाकर बकरियां निकालीं। दो बकरियां मर गईं और करीब 12 घायल हो गईं।
उड गई सीमेंट की छत
शिवपुरी तहसील की ग्राम पंचायत विलुखो के मानक बसई गांव में 25-26 मई की दरम्यानी रात 12 बजे तेज आंधी चलने लगी। किसान छीताराम पुत्र फोसोराम शिवहरे की तीन हिस्सों में बने मकान की सीमेंट शेड वाली छत उड़ गई। घटना के वक्त पति-पत्नी घर के बाहर सो रहे थे। दोनों को मामूली चोटें आईं हैं।
मकान की दीवार गिर गई
बैराड़ तहसील के भौराना गांव में आंधी, तूफान और बारिश से किसान के निर्माणाधीन मकान की दीवार ढह गई। किसान शिवराज जाटव ने बताया कि दीवार से लगा शौचालय भी ढह गया है। पुराने मकान में दरारें आने से नया मकान बना रहा था।