अमोला सब रेंज के जंगल के पास पहुचा टाईगर स्थानीयों ने देखा टाईगर के पीछे टाईगर टीम भी

शिवपुरीः माधव नेशनल पार्क में अभी तक टाइगरों की मौजूदगी देखी जा रही थी, लेकिन पिछले पांच दिन से अमोला सब रेंज के जंगल में टाइगर को स्थानीय ग्रामवासियों ने देखा है। हालांकि सीसीएफ कोई लोकेशन बताने की बजाय इतना ही कह रहे हैं कि टाइगर जंगल में घूम रहा हैं। गौरतलब है कि माधव नेशनल पार्क में सुरवाया बीट के अंतर्गत बलारपुर जंगल में अभी तक टाइगरों की मौजूदगी ट्रेकिंग सिस्टम से देखी जा रही थी। बीते पांच दिन से टाइगर अमोला सब रेंज बीट के ग्राम रामपुरा, टपरियन के आसपास जंगल में देखा जा रहा है। चूंकि यह एरिया सामान्य वन में आता है, इसलिए वहां पर अब वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा माधव नेशनल पार्क की ट्रेकिंग टीम भी उन क्षेत्रों में लगातार घूम रही है। हालांकि जिस एरिया में टाइगर की मौजूदगी बताई जा रही है, वहां पर भी घना जंगल है, इसलिए आसपास के गांव में लोगों में सिर्फ चर्चा है, लेकिन दहशत जैसी कोई चीज नहीं है। सुरखाया से अधिक दूर नहीं अमोला सुरवाया के पास बलारपुर के जंगल में टाइगरों की मौजूदगी पहले से ही थी। सुरवाया से अमोला की सड़क से दूरी भी अधिक नहीं है तथा जंगल आपस में मिले हुए हैं, इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि टाइगर अमोला सब रेंज में पहुंच गया होगा।
जंगल में ही है टाइगर टाइगर जंगल में है, अब वो कहा है, यह लोकेशन हम बता नहीं सकते। जंगल के रास्ते टाइगर कहीं भी आ-जा सकता है। उत्तम कुमार शर्मा, सीसीएफ सिंह परियोजना शिवपुरीशिवपुरीः माधव नेशनल पार्क में अभी तक टाइगरों की मौजूदगी देखी जा रही थी, लेकिन पिछले पांच दिन से अमोला सब रेंज के जंगल में टाइगर को स्थानीय ग्रामवासियों ने देखा है। हालांकि सीसीएफ कोई लोकेशन बताने की बजाय इतना ही कह रहे हैं कि टाइगर जंगल में घूम रहा हैं। गौरतलब है कि माधव नेशनल पार्क में सुरवाया बीट के अंतर्गत बलारपुर जंगल में अभी तक टाइगरों की मौजूदगी ट्रेकिंग सिस्टम से देखी जा रही थी। बीते पांच दिन से टाइगर अमोला सब रेंज बीट के ग्राम रामपुरा, टपरियन के आसपास जंगल में देखा जा रहा है। चूंकि यह एरिया सामान्य वन में आता है, इसलिए वहां पर अब वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के अलावा माधव नेशनल पार्क की ट्रेकिंग टीम भी उन क्षेत्रों में लगातार घूम रही है। हालांकि जिस एरिया में टाइगर की मौजूदगी बताई जा रही है, वहां पर भी घना जंगल है, इसलिए आसपास के गांव में लोगों में सिर्फ चर्चा है, लेकिन दहशत जैसी कोई चीज नहीं है। सुरखाया से अधिक दूर नहीं अमोला सुरवाया के पास बलारपुर के जंगल में टाइगरों की मौजूदगी पहले से ही थी। सुरवाया से अमोला की सड़क से दूरी भी अधिक नहीं है तथा जंगल आपस में मिले हुए हैं, इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि टाइगर अमोला सब रेंज में पहुंच गया होगा।
जंगल में ही है टाइगर टाइगर जंगल में है, अब वो कहा है, यह लोकेशन हम बता नहीं सकते। जंगल के रास्ते टाइगर कहीं भी आ-जा सकता है। उत्तम कुमार शर्मा, सीसीएफ सिंह परियोजना शिवपुरी