जब शमशान घाट से बापस लौटी अर्थी,शराब पिलाकर मारपीट का आरोप,चौकीदार थाने की कहकर ले गया था

शिवपुरी जिले के सतनवाडा थाना क्षेत्र के ग्राम सावनमील गांव से आ रही है जहॉ एक 40 साल के आदिवासी युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन मृतक के अंतिम संस्कार शव को शमसान घाट ले गए। तभी किसी ग्रामीण ने सतनवाड़ा थाना पुलिस को सूचना दे दी। सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। शव का पहले पोस्टमार्टम कराया और फिर उसके बाद शव परिजनों को सौंप कर मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार भरत आदिवासी पुत्र कुंवर राज उम्र (40) रात अपने घर पर आकर सो गया था लेकिन वह सुबह नहीं जागा। देखने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक के भाई मोती आदिवासी का कहना है कि बीते रोज गांव का चौकीदार मानसिंह मेरे भाई को सतनवाड़ा थाने पर ले गया था। इसके बाद वह वापस लौट कर रात में सो गया। फिर सुबह नहीं उठा रात में उसकी मौत हो गई।

मृतक की पत्नी का कहना है कि भरत आदिवासी गिप्पी सरदार और गुरचरण के यहां मजदूरी का काम करता था। लेकिन गिप्पी और गुरचरण ने मजदूरी के एवज में मिलने वाले गेहूं नहीं दिए गए थे। इसकी शिकायत 6 दिन पहले मैंने सतनवाड़ा थाने में दर्ज कराई थी। रविवार को गांव का चौकीदार मानसी राजीनामे की बात कहकर मेरे पति को सतनवाड़ा थाने ले गया था। इसके बाद लौट कर वह घर आकर सो गया था और सुबह मृत अवस्था में मिला।

सतनवाड़ा थाना प्रभारी दिनेश सिंह नरवरिया का कहना है कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण पता लग सकेगा। महिला की शिकायत की भी विवेचना की जा रही है।

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