NGT की फटकार के बाद प्रशासन ने ली भदैयाकुंड की सुध, कलेक्टर और नपाध्यक्ष ने खुद की सफाई

शिवपुरी। शहर में स्थिति भदैयाकुण्ड की बदहाली को भले ही मीडिया लगातार उठाती रही है। परंतु उसके बाद प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। इसी बीच जब भदैयाकुंड के हालात को लेकर एनजीटी ने प्रशासन को फटकार लगाई तो शिवपुरी कलेक्टर और नपाध्यक्ष स्वयं मौके पर पहुंचे और अपने हाथों से साफ सफाई में भिड गए। इस दौरान कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी ने भदैयाकुड में कैफेटेरिया एवं एडवेंचर जोन को फिर से चालू करने की बात कही।
शिवपुरी पर्यटन विभाग के नोडल अधिकारी वीरेंद्र धाकड़ ने बताया है कि एनजीटी के आदेश के बाद आज से भड़ैया कुंड पर साफ सफाई का कार्य शुरू जनभागीदारी से शुरू किया गया है। आज 1 सैकड़ा से अधिक लोगों ने मिलकर भड़ैया कुंड पर सफाई अभियान चलाया है। इसमें नगर पालिका सहित प्रशासन के अन्य अधिकारी कर्मचारियों के साथ साथ सामाजिक लोगों ने हिस्सा लिया है। नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने कहा भदैया कुंड की साफ-सफाई बरकरार रखने के लिए आमजन को भी जागरूक होना पड़ेगा।
बता दें कि महीनों से शिवपुरी शहर का पर्यटक स्थल भड़ैया कुंड बदहाल था। इसकी मुख्य वजह भदैया कुंड के मालिकाना हक का था। भदैया कुंड पर अपने अपने मालिकाना हक की लगातार राजस्व विभाग और माधव नेशनल पार्क लड़ाई लड़ रहा था। लेकिन किसी ने भी इसकी देखरेख का जिम्मा नहीं उठाया था।
यहां बता दें कि भड़ैया कुंड की बदहाली को देखते हुए अधिवक्ता अभय जैन ने एनजीटी में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद 17 मार्च को एनजीटी ने एक आदेश जारी किया था इस आदेश में लिखा था कि मालिकाना हक किसी का भी हो लेकिन स्वच्छता और पर्यावरण से जुड़ी व्यवस्थाएं संबंधित एजेंसियों को करनी होंगी। आदेश में लिखा था कि यहां वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत माधव राष्ट्रीय उद्यान के नियम लागू रहेंगे। इसके चलते भड़ैया कुंड की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी माधव नेशनल पार्क के डायरेक्टर की रहेगी।