सहाब! में जिंदा हूं,मेरा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर मेरी फर्जी पत्नि बनाकर निकाल लिए 4 लाख

शिवपुरी। बैसे तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने गरीब और जरूरतमंदों की जरूरत को देखते हुए और उन्हें राहत देने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश में संबल योजना की शुरूआत की। जिसमें संबंल योजना में नामदर्ज गरीबों की आकस्मिक मृत्यु पर मध्यप्रदेश शासन में 4 लाख की राहत राशि मृतक के परिजनों को देने का नियम बनाया। अब जैसे ही यह नियम बना यह अधिकारी और कर्मचारीयों के लिए भ्रष्टाचार का गढ बन गया। जिम्मेदारों ने इस नियम को ठेंगा दिखाते हुए इसमें भी भ्रष्टाचार खोजते हुए एक जिंदा आदमी को ही मृत घोषित कर दिया।
दरअसल हुआ यह है कि इंदरगढ गांव के हरिओम शर्मा ने कलेक्टर से जनसुनवाई में गुहार लगाते हुए बताया कि बह जिंदा है। जबकि उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर किसी ने संबल योजना से उसके नाम पर 4 लाख रूपए की राशि निकाल ली। हरिओम शर्मा ने बताया कि जब उसे इस संबंध में जानकारी मिली तो सामने आया कि यह राशि उसके परिवार के किसी सदस्य के खाते में गई है क्या।
तो पता चला कि यह राशि उसकी पत्नि के खाते में आई है। अब जब पत्नि का खाता चैक किया तो सामने आया कि उसकी पत्नि प्रीति शर्मा के खाते में यह राशि गई है। जिसपर हरिओम शर्मा ने बताया कि उसकी पत्नि का नाम भारती शर्मा है। तो इस मामले की पूरी जानकारी निकाली तो समाने आया कि यह भष्टाचार जनपद पंचायत कार्यलय से हुआ है। जिसपर से युवक ने कलेक्टर से अपने जिंदा होने की गुहार लगाई।