नगर पालिका की पहली परिषद में 48 बिंदुओ पर चर्चा,जमकर हंगामा,सफाई और लाईट को लेकर हंगामा करते दिखे पार्षद

शिवपुरी। आज शिवपुरी नगर पालिका परिषद गठन होने के बाद आज पहली परिषद शिवपुरी नगर पालिका में आयोजित की गई। जिसमें आज पार्षद पतियों को बैठक में शामिल होने नहीं दिया गया। जिसके चलते आज सुबह से ही नगर पालिका में भीड की आबाजाही बनी रही। इस बैठक में पार्षद पतियों के साथ साथ मीडिया को भी अंदर जाने की इजाजत नही दी गई। इसके लिए बाहर एक एलसीडी लगाकर मीडिया को बाहर से ही पूरा सम्मेलन देखने की कहा गया।
इस बैठक से ठीक पहले एक पत्र आया जिसमें सांसद केपी यादव ने अपने प्रतिनिधि के रूप में रामजीलाल व्यास को नगर पालिका का प्रतिनिधि नियुक्त करते हुए उन्हें बैठक में शामिल होने की हरी झंडी दे दी। थोडी ही देर में यशोधरा राजे सिंधिया कार्यलय से एक पत्र सामने आया। जिसमें भानु दुवे को विधायक प्रतिनिधि नियुक्ति किया गया। जिसके चलते दोनों को इस परिषद में शामिल होने की परमीशन मिल गई। चूंकि दोनों ही पार्षद पति है तो उन्हें भी आदेश के हिसाब से अंदर इंट्री नहीं थी।
परिषद के पहले सम्मेलन में 48 बिंदुओं पर चर्चा होनी थी लेकिन बैठक के शुरुआती होने से पहले ही विवाद हो गया। पार्षदों ने नपा प्रशासन पर लापरवाही की पराकाष्ठा पार करने के आरोप लगाए। बिती ढाई सालों से नपा प्रशासन के अधीन कार्य कर रही थी। हाल ही हुए चुनाव के बाद नवनिर्वाचित पार्षद और अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष पहली परिषद की बैठक में सम्मिलित हुए।
कई सालों बाद नपा परिषद की बैठक का आयोजन किया गया इसमें कई पार्षद ऐसे भी थे जो पिछली परिषद में भी पार्षद रहे थे तो कई पार्षद ऐसे भी थे जो पहली बार वार्डों से चुनकर जनता का प्रतिनिधित्व करने बैठक में शामिल हुए थे। बैठक में सड़क, पानी, सीवर, साफ सफाई और स्ट्रीट लाइट की बदहाल पड़ी व्यावस्था को जल्द से जल्द सुचारू करने के लिए पार्षदों के द्वारा मांग उठाई गई। पार्षदों का कहना था कि बीते कई सालों से इस समस्या से जनता जूझती आ रही है शहर की जनता बेहाल हो चुकी है।
बीते कई महीनों से शहर की जनता को गंदे पानी की सप्लाई की जा रही थी। जिससे शहर की जनता गंदा पानी पीने के लिए मजबूर थी। पार्षद संजय गुप्ता ने इसका ठीकरा नपा सीएमओ शैलेश अवस्थी पर फोड़ दिया। पार्षद ने आरोप लगाए की नगर पालिका सीएमओ ने खत्म हुई ब्लीचिंग पाउडर तक नहीं मंगाई जिसके चलते शहर भर की जनता दूषित पानी पीने को लिए मजबूर हुई। हालांकि नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने मोर्चा संभालते हुए पार्षदों को आश्वस्त किया कि उन्होंने ब्लीचिंग पाउडर की बड़ी खेत मंगा ली है अब आगे से शहर को साफ पानी मिल सकेगा।
पार्षद मट्टू खटीक ने नपा के वाहनों में डीजल में घोटाले करने के आरोप लगाए। पार्षद का कहना था कि कोरोना काल में नपा की सभी वाहन खड़े करके रखे हुए थे इसके बावजूद भी नपा ने लाखों रुपए डीजल खर्च में दिखाया है। जब इसकी कैशबैक मांगी गई तो सीएमओ ने कैश बुक देन इंकार कर दिया इससे साफ जाहिर है कि बीते कुछ सालों में नपा के द्वारा डीजल में बड़ा गड़बड़ घोटाला किया गया।
नगर परिषद की पहली बैठक में एक बार फिर शैलेश अवस्थी के फोन ना उठाने की बात को विकराल समस्या बताया गया। पार्षदों का आरोप था कि जनता उनके पास कई समस्याओं को लेकर आती है जब उनके समस्या के निदान के लिए सीएमओ को नपा में ढूंढा जाता है तो सीएमओ नपा में नहीं मिलते हैं इसके बाद जब उनसे फोन से संपर्क किया जाता है तो वह फोन तक नहीं उठाते हैं सीएमओ के फोन ना उठाने की शिकायत लगभग डेढ़ दर्जन पार्षदों ने नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा से दर्ज कराई।
शिवपुरी नगर पालिका की परिषद की पहली बैठक में गहमागहमी का माहौल देखने को मिला। पार्षदों ने नपा सीएमओ पर लापरवाही के आरोप लगाए। विवाद की स्थिति बैठक के अंतिम दौर में भी बनी रहीए आखिरकार विवाद को थामने के लिए बीच से ही गायत्री शर्मा ने राष्ट्रगान गाना शुरू कर दिया तब कहीं जाकर पार्षद संभले।
इस दौरान परिषद में सफाई और स्ट्रीट लाईट के मुद्दे को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही जेसीबी उपलब्ध नहीं कराने को लेकर पार्षदों ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि जनता ने उन्हें बोट दिए है। अब जबाब भी उन्हें ही देना है। उसके बाद शहर के कई बिंदुओं पर सहमति बनी और कई ऐसे मुद्दे जिनपर सहमति नहीं बनी उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया।