छत्री का सूर्य कुंड: जहां सूर्योदय के साथ पानी निकलने लगता है,सूर्यास्त के बाद पानी बंद हो जाता है,पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया प्रारंभ

शिवपुरी। अभी हाल ही में 1 अप्रैल से शिवपुरी में स्थिति सिधिया राजवंश की छत्री को देखने के लिए छत्री ट्रस्ट ने टिकिट के दाम को बढाकर 20 रूपए से 50 रूपए कर दिया था। जिसे लेकर कहा जा रहा था कि बिना किसी काम के यह पैसे आखिर क्यों बढाए गए है तो अब यहां हम बता दे कि छत्री बीते कुछ दिनों बाद नया रूप ले रही है। यहां पर्यटकों को लुभाने की कबायत प्रारंभ हो गई है। जिसके चलते अब छत्री को लोग सूर्यास्त के बाद यानी रात्रि में भी लाईटिंग में छत्री का लुप्त उठा सकेगे। जिसके चलते अब तैयारी चल रही है कि छत्री को रात्रि 10 बजे तक पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।

यहां बता दे कि शिवपुरी का इतिहास बहुत पुराना है। यहां शिवपुरी में 52 कुंड है तो शिवपुरी के इतिहास को जीवित रखे है। बताया जाता है कि सिंधिया राजवंश ने शहर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए जल सरंक्षित करने के उद्देश्य से यहां 52 कुंडों का निर्माण कराया था। जिसमें यह कुंड गोरखनाथ मंदिर से लेकर छत्री,अनुसुईया आश्रम, सिद्द बाबा, बाणगंगा सहित भदैयाकुंड तक है। यह 52 कुंड है तो शिवपुरी के इतिहास को जीवित रखे हुए है। जिसमें से एक कुंड ऐसा भी है जिसका इतिहास अभी तक बहुत कम लोगों को पता होगा।

इस कुंड का नाम है सूर्य कुंड: यह कुंड सिंधिया राजवंश की छत्री में ही बना हुआ है। जिसे लेकर धारना है कि यह सूर्य कुंड सूर्य के हिसाब से चलता हैै। यहां सूर्योदय के साथ ही इस कुंड में अपने आप पानी आना प्रारंभ हो जाता है। उसके बाद जैसे ही सूर्यास्त होता है यह पानी स्वत: ही बंद हो जाता है। बताया गया है कि यह सूर्य कुंड अष्टकोण में बनाया गया है। गए इस कुंड में पूर्व में हर रोज सूर्य उदय के साथ पानी का बहाव तेज हो जाता था और सूर्यास्त के साथ पानी का यह बहाव धीरे-धीरे कम होता चला जाता था।अब इस कुंड को लेकर छत्री ट्रस्ट इसे संभारने की कवायत कर रहा हैै। जिसके चलते अब छत्री अपने नए रूप में दिखाई देगी।

छत्री ट्रस्ट से जुडे अशोक मोहते ने बताया है कि लगभग 2 माह के कायाल्प अभियान के बाद छत्री को 10 बजे तक खोले जाने का विचार किया जा रहा है। जिसके चलते पर्यटक रात्रि में 10 बजे तक छत्री का लुप्त उठा सकेंगे। इसके साथ ही यहां एक बार फिर राजघराने का संगीत भी सुनाई देगा और साथ ही लोग यहां म्यूजिकल फाउंटेन का भी आनंद लेगे।

इसके साथ ही पर्यटन और पर्यटकों की मांग को ध्यान में रखते हुए जल्द ही को देर रात दस बजे तक खोलने की योजना पर विचार किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले दिनों में पर्यटक रात दस बजे तक छत्री में घूमने के लिए आ सकेंगे। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटकों को यहां के लाइटिंग फाउंटेन, म्यूजिकल फाउंटेन भी काफी आकर्षित करेंगे।

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