सहकारी बैंक में करोडों के घोटाले को अंजाम देने बाले जिम्मेदारों पर नहीं हो रही कार्यवाही ,भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

शिवपुरी। बैसे तो शिवपुरी जिले में सहकारिता विभाग में हुए करोडों के घोटाले ने सहकारी बैंक को पूरी तरह से वर्बाद कर दिया है। बैंक से उपभोक्ता अपने ही पैसे निकलाने के लिए दर दर की ठौंकर खा रहे है। परंतु उसके बाद भी इस विभाग के जिम्मेदार दिन ब दिन एक के बाद एक घोटाले करते जा रहे है। जिसके चलते भाजपा युवा मोर्चा के पोहरी मण्डल के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है।
इस पत्र में उन्होने बताया है कि शिवपुरी जिले में केन्द्रीय सहकारी बैंक कि विभिन्न शाखाओं में विगत दो वर्ष पूर्व हुये 125 करोड़ से अधिक के घोटाले कि जांच जहां अभी लंबित है और कई प्रकरण पुलिस थाने में दर्ज होकर न्यायालय में चल रहे है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस घोटाले से आम उपभोक्ता और जिले के कृषक और सहकारी संस्थायें पहले से ही भारी परेशानी का सामना कर रहे थे अब विगत दो तीन वर्ष में सोसायटीयों के वर्तमान कर्मचारियों द्वारा नया घोटाला कर डाला है।
उन्होंने लिखा है कि सेवा सहकारी संस्थाओं को उनके कृषक सदस्यों को नगद खाद (उर्वरक ) दिये जाने हेतु मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ से 15 से 30 दिन की क्रेडिट पर करोड़ों रूपयों का खाद दिया था जिसे संस्था प्रबंधकों द्वारा नगद विक्री कर तत्काल संस्था खाते में और विपणन संघ को जमा करना था मगर आज दिनांक तक वर्तमान में कार्य कर रहे सहायक समिति प्रबंधकों द्वारा रूपये जमा नहीं कराये गये विपणन संघ का करीब 20 करोड़ रूपया शिवपुरी जिला सहकारी बैंक की प्रथमिक सहकारी संस्थाओं पर बकाया है।
वहीं नये वित्तीय वर्ष में ही 25 से 40 लाख रूपया बकाया है मगर कोई कार्यवाही इनके खिलाफ नहीं कि गयी हैै। जिले के पोहरी अनुविभाग की शाखा पोहरी एवं बैराड़ में सेवा सहकारी संस्था पोहरी, छर्च, भटनावर, झिरी, बमरा, पिपरधार, पररिच्छा एवं बैराड़, नदौरा, बूढ़दा, ऐचवाड़ा, ककरौआ, दुल्हारा कुल 13 सोसायटीयों पर वर्तमान समय में कार्य कर रहे कर्मचारियों पर करीब 3 करोड़ से अधिक का बकाया है उपार्जन एवं पी.डी.एस राशि जोड़ कर यह घोटाला और भी कई करोड़ का हो रहा है। जिसके चलते स्थानीय उपभोक्ता एवं कृषक सदस्य तथा सहकारी संस्थायें अपने बकाया राशि लेने के लिये बैंक शाखा में दर दर की ठोकर खा रही है।
जिसके चलते प्राथमिक सेवा सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों के विरूद्ध तत्काल पुलिस प्रकरण दर्ज कर उनसे उक्त घोटाले की राशि तत्काल जमा कराने एवं उन्हें सेवा से वर्खास्त कर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाए।