सिद्धिविनायक हॉस्पीटल में युवक की मौत, परिजनों का आरोप ओवर डोज देने से हुई मौत, जमकर हंगामा

शिवपुरी। जिले के बैराड़ कस्बे में गर्म की तेल की कढ़ाई में गिरने से झुलसे युवक की बीती शाम सिद्धिविनायक अस्पताल में मौत हो गई। जिस पर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाहीपूर्ण तरीके से ओवर डोज देने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। बाद में यह मामला कोतवाली पहुंचा। जहां पुलिस ने मर्ग कायम करने की बात कहकर शव को पीएम हाऊस में रखवा दिया। लेकिन दोपहर तक पीएम नहीं हुआ तो परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने कोतवाली पुलिस पर अस्पताल प्रबंधन से मिलकर कार्य करने का आरोप लगाया। इस पूरे मामले में कोतवाली टीआई अमित सिंह भदौरिया का कहना है कि डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पीएम के लिए कोई नहीं आया है। डॉक्टरों के आते ही पीएम कराया जाएगा।
मृतक भूरा पुत्र माखनलाल बाथम की बहन किरण बाथम ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 फरवरी को उसका भाई भूरा बाथम अपने दोस्त अर्जुन बाथम की बेटी की बर्थडे पार्टी में गया था। जहां उसे छक कर शराब पिलाई गई और इसी दौरान पूर्व मेंं चली आ रही रंजिश के चलते विनोद बाथम और उसके भांजे विक्की बाथम ने उसे गर्म तेल की कढ़ाई में धक्का दे दिया। जिससे उसका पूरा शरीर झुलस गया।
इसके बाद उनके परिवार को जानकारी दिए बिना भूरा के शरीर पर वहां लोगों ने मिट्टी और पानी डालकर उसे इलाज के लिए बैराड़ अस्पताल लेकर आए। जहां से उसे शिवपुरी रैफर कर दिया। लेकिन वहां उसे आराम नहीं मिला तो वह भूरा को लेकर सिद्धिविनायक अस्पताल पहुंचे। उनने बताया कि जहां डॉ. खान ने उसके ठीक होने की गारंटी दी और कहा कि उसके इलाज में 3 लाख रूपए का खर्चा होगा।
जिसमें से लगभग डेढ़ लाख रूपए अस्पताल ने जमा करा लिए और उसकी हालत में भी सुधार होने लगा। लेकिन कल बुधवार की दोपहर डॉ. खान ने कुछ दवाईयां लगभग 15-20 ढक्कन सीरप पिलाया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद डॉ. खान ने उसके हाथ पैर बांध दिए और उसे ऑक्सीजन देने की बात कहकर एक कमरे में ले गए और फिर परिवारजनों से मिलने नहीं दिया। रात करीब 8 बजे उन्हें बताया गया कि भूरा की मौत हो गई है और उसकी लाश लेने के लिए शेष रूपए जमा करा दें।
आज सुबह तक जब अस्पताल से भूरा की लाश नहीं मिली तो परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने अस्पताल में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर और उनके स्टाफ ने ओवर डोज दे दिया। जिस कारण भूरा की मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर आ गई और अस्पताल से लाश लेकर उसे पीएम हाऊस में रखवा दिया। परिजनों का कहना था कि पुलिस ने सुबह 8 बजे तक पीएम कर लाश देने की बात कही। लेकिन दोपहर तक पीएम नहीं हुआ।
आरोप है कि पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन से मिलकर पीएम कराने में देरी की है। जिससे मृतक के शरीर में दिए गए ओवर डोज की पुष्टि नहीं हो सकेगी। इसके चलते परिजनों ने पीएम हाऊस पर भी हंगामा किया।
इनका कहना है-
मृतक भूरा बाथम के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और बेवुनियाद हैं। उन्होंने डॉ. खान पर ओवर डोज देने का आरोप लगाया है। जबकि डॉक्टर खान अस्पताल में बैठते ही नहीं है। मृतक भूरा बाथम 60 प्रतिशत जले हुए थे और उनकी हालत नाजुक थी। उन्हें डॉ. पीडी गुप्ता सहित अन्य डॉक्टरों ने देखा था। 3 लाख रूपए लिये जाने का आरोप भी गलत है, जो भी पैसे लिए गए होंगे उसकी रसीद उनके पास होगी। मेरे हिसाब से तो 30 हजार रूपए भी नहीं लिए गए। वर्न केस में कोई गारंटी नहीं दी जाती है।
राजेंद्र शर्मा, संचालक सिद्धिविनायक अस्पताल
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