खुलेआम कट रहा है जंगल: कीमती खेर के हरे पेडों को काटकर बना दिया मैदान, जिम्मेदार लिप्त है

शिवपुरी। एक और तो मध्यप्रदेश सरकार शिवपुरी में टाईगरों को लाने की तैयारी में लगा है। दूसरी और शिवपुरी में जिम्मेदार यहां जंगल को ही कटाने में लगे हुए है। एक और मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता से पेड़ लगाने की अपील की जाती रही है। इसके बावजूद माफिया लगातार वनों को काटने में लगे हुए है। वनों के लगातार हो रहे कटाव में वन कर्मियों की भूमिका को भी नहीं नकारा जा सकता है।

शिवपुरी जिले में लगातार जंगलों को काटा जा रहा है ऐसा ही एक उदाहरण शिवपुरी जिले के वन परिक्षेत्र बदरवास की सबरेंज गणेशखेड़ा की सोनपुरा बीट से सामने आया है। जहां कुछ ही दिनों में हजारों की संख्या में मूल्यवान खेर के पेड़ सहित अन्य पेड़ो को काट कर जंगल को मैदान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद अब तक इस क्षेत्र के वन अधिकारियों को इस बात की भनक तक नहीं है। जब वन विभाग से जुड़े हुए कर्मचारियों ने इस मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई । इसके बाद अब कुछ पर्यावरण प्रेमियों द्वारा वनों की कटाई के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।

जानकारी के अनुसार सोनपुरा के जंगलों में पिछले दो माह से रातों रात जंगल मे खड़े पेडों को काटा जा रहा है। विश्वनीय सूत्रों की माने तो जंगल की कटाई का प्रमुख उद्देश्य पेडों को काटकर खेती योग्य बनाना माना जा रहा है इसके अतिरिक्त अब तक हजारों खेर के पेड़ों को बेचकर मौटा मुनाफा भी कमाया जा चुका है। इसके बावजूद इस वन क्षेत्र के जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए वनों की कटाई होता देख रहे हैं। सोनपुरा के जंगलों में वनों की लगातार कटाई होना और कोई भी कार्यवाही न होना इस वन क्षेत्र के जिम्मेदारों पर सवालिया निशान खड़े करता है। इस मामले कई बार रेंजर शैलेंद्र सिंह तोमर बात करने का प्रयास किया लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

इस मामले डीएफओ सुधांशु यादव का कहना है कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने डीएफओ का पद संभाला है। वह लगातर फारेस्ट का निरीक्षण कर रहे है। सोनपुरा के जंगल मे पेड़ो की कटाई के बारे में सूचना मिली है उक्त वीडियो उनके भी संज्ञान में आए है वह जल्द जल्द औचक निरीक्षण कर कार्यवाही करेंगे।

गौरतलब है कि फरवरी माह में ही इसी वन परिक्षेत्र बदरवास में एक वन कर्मी को बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ग्वालियर की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दअरसल किसान मुनेश ने वन भूमि में फसल कर रखी थी इसी फसल को बचाने के ऐवज में वन कर्मी ने पैसों की मांग की थी। किसान की शिकायत के बाद वन कर्मी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। इस मामले को देखते हुए कयास लगाए जा सकते हैं कि मिली भगत कर पहले जंगल को काटा जाता है फिर उस जमीन को फसल करने लायक बना कर मुनाफा कमाया जाता है।

Advertisement

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *