संजीवनी क्लीनिक के नाम पर मनमानी:कृषि विभाग के भवन को तोडकर नपं ने सामान कर दिया खुर्द बुर्द

बैराड। खबर जिले के बैराड नगर परिषद के कृषि विभाग से आ रही है। जहां नगर परिषद द्धारा संजीवनी क्लीनिक के नाम पर शासकीय कृषि विभाग के भवन को तोडकर उसके सामान को खुर्द बुर्द कर दिया। यहां बता दे कि बैराड में कृषि विभाग के भवन को तोड़कर नगर परिषद द्वारा संजीवनी क्लीनिक के नाम पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जबकि राज्य सरकार का आदेश है कि किराए के भवन में संजीवनी क्लीनिक का संचालन किया जाए। इतना ही नहीं एसडीएम द्वारा दिए गए आदेश में यह भी स्पष्ट उल्लेख है कि कृषि विभाग के उक्त भवन में ही संजीवनी क्लीनिक का संचालन किया जाए। यहां पर नगर परिषद ने इस भवन को तोड़ककर उसका मटेरियल भी खुर्द-बुर्द कर दिया।
बैराड़ के मुख्य बाजार में स्थित कृषि विभाग के ग्रामसेवक क्वार्टर (आवास) के चार भवन बने हुए थे। नायब तहसीलदार बैराड़ द्वारा अपने आधिपत्य में लेकर चिकित्सा विभाग को संजीवनी क्लीनिक के लिए किराए पर अस्थाई तौर पर लिए जाने का आदेश जारी किया। इस आदेश के विरुद्ध नगर परिषद ने संजीवनी क्लीनिक का फंड ठिकाने लगाने के लिए शासकीय कृषि विभाग की चार कमरे की बनी बिल्डिंग गिराकर उसके मटेरियल को सीएमओ नगर परिषद व ठेकेदार ने बिना किसी नीलामी के मटेरियल को बेच दिया। नवीन संजीवनी क्लीनिक का निर्माण बिना किसी परमिशन के करवाया जा रहा है, इसका खुलासा आरटीआई के तहत निकाली गई जानकारी में हुआ।
कृषि विभाग द्वारा किराए पर ली गई बिल्डिंग को बगैर किसी परमीशन की तोड़ा गया एवं उसमें नवीन निर्माण करवाया जा रहा था। इस भवन की न तो कृषि विभाग से एनओसी ली गई और न ही संजीवनी क्लीनिक के लिए भवन निर्माण किए जाने का कोई आदेश जारी किया गया।
एसडीएम पोहरी ने 29 मई 2022 को आदेश जारी किया था, जिसमें कृषि विभाग के भवनों में संजीवनी क्लीनिक किराए पर संचालित करने का आदेश दिया था। साथ ही यह भी उल्लेख किया कि उक्त भवन का किराया भी वसूल किया जाए। उस आदेश में कहीं भी यह नहीं लिखा कि संजीवनी क्लीनिक के नाम पर कोई नया निर्माण करवाया जाए।
नगर परिषद बैराड़ के द्वारा शासकीय ग्राम सेवक क्वार्टर की जमीन 20 बाई 40 की जगह पर साढ़े 22 बाई 70 पर दो मंजिल बिल्डिंग का निर्माण किया जा है। जबकि पूर्व में बना शासकीय ग्रामसेवक क्वार्टर 20 बाई 40 में बना था। सीएमओ नगर परिषद बैराड़ व ठेकेदार ने जब निर्माण की जमीन को बढ़ाया तो पड़ौस में रहने वाले पूरन चंद गुप्ता के पैतृक मकान को कब्जे में बताकर तोड़ने का आदेश दिया था। जब पूरन ने इस संबंध में आरटीआई के तहत जानकारी निकलवाई, तब पता चला कि संजीवनी क्लीनिक के नाम पर निर्माण किया जा रहा है ।
इनका कहना है
बैराड़ नगर में हमारे पुराने भवन हैं, जिसे राजस्व विभाग अपने आधिपत्य में ले रहा है। उसकी हमने कोई लिखित स्वीकृति नहीं दी है, चूंकि जमीन उनकी ही है।
यूएस तोमर, उप संचालक कृषि
नगर परिषद तो निर्माण एजेंसी है। हमें राज्य सरकार ने संजीवनी क्लीनिक के लिए फंड दिया है, जिस वजह से हम वहां पर निर्माण कार्य करवा रहे हैं। हमें तो जगह बता दी गई तो हम वहां पर निर्माण कर रहे हैं।
महेश जाटव, सीएमओ नप बैराड़