रात भर थाने में धरने पर डटे रहे आदिवासी, पुलिस गांव में पहुंची , दबंगोे के अवैध अतिक्रमण तोडे, शराब की भट्टियां नष्ट की, गाली देने बाला आरक्षक लाईन अटैच

बदरवास। जिले के बदरवास थाने में दो दिन से चल रहा आदिवासीयों का धरना प्रदर्शन आज सहरिया क्रांति के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गया है। आदिवासी कपकपाती ठंड में कल से ही थाने पर डटे हुए थे। रात्रि में भी उन्होंने लकडी बीनकर थाने में अलाप जलाया और रात भर बच्चों सहित थाने में डटे रहे। आज इस मामले की सूचना पर सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन मौके पर पहुंचे। जहां संजय बैचेन के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने आरोपीयों पर कार्यवाही की।
सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन ने बताया है कि आज वह बदरवास थाने पहुंचे। जहां आदिवासी कल से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। उनके पहुंचने के बाद उन्होने अपने साथी आदिवासीयों से बात की। जिसपर आदिवासीयों ने बताया कि वह गांव के आरोपी दबंग रणवीर यादव, जयपाल यादव, मोनू यादव, शिशुपाल यादव जो कि सेमरी गांव के दवंग है। उन्होंने आदिवासीयो की खड़ी फसल पूरी तरह से उजाड़ दी। उनकी बहन बेटियों की मांग में जबरन सिंदूर भरने की धमकी दी।
इस मामले की शिकायत करने जब वह थाने पहुंचे तो थाने में पदस्थ आरक्षक युधिष्ठर रघुवंशी ने उन्हें गाली गलौच कर भगा दिया था। जब पुलिस ने ही नहीं सुनी तो पूरे गांव के आदिवासी एकजुट होकर थाने पर जा पहुंचे। जहां वह आरोपीयों के अवैध मकान ध्वस्थ करने की मांग और शराब बनाने की भट्टियों को नष्ट करने की मांग पर अड गए। जिसके चलते आज सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बैचेन सहित एसडीओपी मौके पर पहुंचे।

जहां जाकर देखा तो आरोपीयों ने अवैध अतिक्रमण कर रखा था। जिसे तहसीलदार और उनकी टीम ने ध्वस्थ कर दिया। इस मामले मे ग्रामीणों ने पुलिस को यह भी बताया कि आरोपीयों ने उसके चार साथियों को बधुआ मजदूर बनाकर रखा है। जिसपर पुलिस मौके पर पहुंची और उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बधुआ नहीं बल्कि नौकरी करने की बात स्वीकार की है।
इनका कहना है
आज सहरिया क्रांति जब बदरवास पहुंची तो वहां आक्रोशित सहरियाओं से बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी उन्हें गांव में बहुत परेशान कर रहे है अवैध शराब बेचते है। जिसके चलते टीम मौके प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और आरोपीयों के अवैध निर्माण को ध्वस्थ किया। उसके बाद आदिवासियों ने बताया कि उनके 4 साथी बधुआ मजदूर बना रखे है। जिसपर से पुलिस की टीम इन आदिवासियों को मुक्त कराने रवाना हो गई है।
संजय बैचेन,संयोजक सहरिया क्रांति
इस मामले में माननीय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक आरक्षक को लाईन अटैच कर दिया है। इसके साथ ही तहसीलदार और पूरी टीम गांव में पहुंची जहां आरोपी की अवैध दुकान को तहसीलदार और प्रशासन की टीम ने हटा दिया है। साथ ही उसकी एक भट्टी को भी तोडा है। इस मामले में नुकसान का पंचनामा बनाकर आरोपीयों पर नुकसान की धारा 427 भी बडा रहे है।
अनिल भारद्धाज,टीआई बदरवास